नई दिल्ली। दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में आयोजित होने वाले ‘परीक्षा पे चर्चा’ के तीसरे सत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छात्रों और शिक्षकों से परीक्षा के तनाव को दूर करने के टिप्स देंगे। कार्यक्रम में कुल 2,000 छात्र एवं अध्यापक भाग लेंगे। इनमें से 1,050 छात्रों का चयन निबंध प्रतियोगिता के जरिए किया गया है।
– प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परीक्षा में मिले अच्छे नंबर ही जिंदगी नहीं हैं। मिशन चंद्रयान नाकाम होने पर बेचैन रहा। विफलता में भी सफलता की शिक्षा।
– प्रधानमंत्री ने कहा- जैसे आपके माता-पिता के मन में 10वीं, 12वीं को लेकर टेंशन रहती है, तो मुझे लगा आपके माता-पिता का भी बोझ मुझे हल्का करना चाहिए। मैं भी आपके परिवार का सदस्य हूं, तो मैंने समझा कि मैं भी सामूहिक रूप से यह जिम्मेदारी निभाऊं।
– प्रधानमंत्री ने कहा- हम विफलताओं मैं भी सफलता की शिक्षा पा सकते हैं। हर प्रयास में हम उत्साह भर सकते हैं और किसी चीज में आप विफल हो गए तो उसका मतलब है कि अब आप सफलता की ओर चल पड़े हो।
– मोदी ने कहा – क्या कभी हमने सोचा है कि Mood off क्यों होता है? अपने कारण से या बाहर के किसी कारण से। अधिकतर आपने देखा होगा कि जब Mood off होता है, तो उसका कारण ज्यादातर बाहरी होते हैं।
– प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हिन्दुस्तान के लिए यह दशक महत्वपूर्ण। इस दशक में 10वीं और 12वीं के छात्रों का योगदान होगा। युवा पीढ़ी से बात करना मेरा सबसे अच्छा अनुभव।
– प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तालकटोरा इडोर पहुंचे। प्रधानमंत्री ने छात्रों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
– इससे पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया- आज परीक्षा पे चर्चा 2020 का बेसब्री से इंतजार है। हमेशा भारत के युवाओं के साथ जुड़ने से खुशी होती है। उनकी ऊर्जा और जीवंतता अद्वितीय है। आज हम परीक्षा से संबंधित कई विषयों और परीक्षाओं से परे जीवन के बारे में बात करेंगे।