यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने उन सभी राष्ट्रों का आभार जताया जो इस युद्ध में यूक्रेन को सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह उन सभी के आभारी हैं जो रूस पर प्रतिबंधों को मजबूत करने के साथ यूक्रेन को दी जा रही सैन्य एवं वित्तीय सहायता बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसे रूसी आक्रमण के सामने स्वतंत्रता की रक्षा के लिए एकमात्र उपाय बताया। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कोई अनुमान नहीं लगा सकता कि युद्ध कब तक चलेगा।
अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन ने शुक्रवार को युद्ध के दौरान 200 वें रूसी विमान को मार गिराया और उन्होंने टैंकों, बख्तरबंद वाहनों, हेलीकॉप्टरों और ड्रोन के लिहाज से रूस को भारी नुकसान पहुंचाया है। जेलेंस्की ने आगे कहा- ‘‘और किसलिए? ताकि लेनिन की मूर्ति अस्थायी रूप से कब्जे वाले जेनिचेस्क में कुछ समय के लिए और खड़ी रह सके? रूस के लिए और कोई परिणाम नहीं हो सकता है।’ अप्रैल में रूसी सेना ने दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र के एक शहर जेनिचेस्क में लेनिन की प्रतिमा को फिर से स्थापित किया था।
जेलेंस्की ने मारियुपोल इस्पात संयंत्र में फंसे घायल लड़ाकों के बारे में बताते हुए कहा- हम अनको निकालने की कोशिश कर रहे हैं। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की सेना ने रूसी सैनिकों के कब्जे से कस्बों और गांवों को फिर से अपने अधिकार में ले लिया है। साथ ही उन्होंने बिजली, पीने के पानी की आपूर्ति, टेलीफोन संचार और सामाजिक सेवाओं को बहाल करने के लिए जारी कामों का हवाला दिया। इस बीच यूक्रेन युद्ध के शरणार्थियों की संख्या 60 लाख के पार पहुंच चुकी है।
इस बीच खबर है कि रूसी सेना द्वारा अजोवस्तल इस्पात संयंत्र पर हमला जारी है, जो मारियुपोल में यूक्रेनी प्रतिरोध का अंतिम गढ़ है। यूक्रेनी सैनिक बचाव के साथ लड़ाई जारी रखे हैं।
खबर है कि इस दौरान यूक्रेन के हमले में रूसी सेना को भारी नुकसान हुआ। यूक्रेन की सेना ने उस पंटून पुल को ध्वस्त कर दिया, जिसकी मदद से रूसी सैनिक पूर्व में एक नदी पार करने की कोशिश कर रहे थे ।
यूक्रेन के एयरबोर्न कमांड ने बिलोहोरिवका में सिवर्स्की दोनेत्स्क नदी पर एक क्षतिग्रस्त रूसी पंटून पुल की तस्वीरें और वीडियो साझा किए हैं जिसके मुताबिक पास के कई रूसी सैन्य वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इस बीच यूक्रेन द्वारा 70 से ज्यादा टैंक और अन्य सैन्य उपकरण नष्ट किए जाने की खबर है। कमांड ने कहा कि उनके सैनिकों ने रूसी कब्जाधारियों को नदी में डुबो दिया है।