हनोई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वियतनाम के हनोई पहुंच गए हैं। यहां राष्ट्रपति भवन में उनका शानदार स्वागत किया गया। इस दौरान वियतनाम के राष्ट्रपति भी साथ में थे। पीएम मोदी आज शनिवार को यहां के पीएम के साथ द्विपक्षीय वार्ता में हिस्सा लेंगे। इसके बाद राष्ट्रपति से भी अलग से मुलाक़ात करेंगे। पीएम ने वियतनाम से साझा रिश्तों पर बल देते हुए कहा है कि दोनों देशों के बीच की साझेदारी से एशिया के साथ पूरी दुनिया को भी फ़ायदा होगा। पीएम मोदी G20 बैठक को लेकर भी काफ़ी सकारात्मक हैं। पीएम मोदी ने कहा है कि इस बैठक के अच्छे नतीजे आएंगे। G-20 समिट कल से चीन में होने जा रहा है।
चीन के हांगझोउ शहर में जी-20 देशों के सालाना शिखर-सम्मेलन में भाग लेने जाएंगे, जहां भारत आतंकवाद के वित्तपोषण पर लगाम लगाने और कर चोरी पर कार्रवाई करने के लिए ठोस कदमों की वकालत कर सकता है।
पीएम मोदी का पहला पड़ाव वियतनाम है। यहां से वह 3 सितंबर को हांगझोउ के लिए रवाना होंगे और चार-पांच सितंबर को वहां जी-20 के सम्मेलन में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री 5 सितंबर को भारत लौटेंगे और फिर वार्षिक भारत-आसियान और पूर्वी एशिया सम्मेलन में शामिल होने के लिए दो दिन की लाओस यात्रा पर जाएंगे। वियतनाम में मोदी इस संसाधन संपन्न देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ व्यापक वार्ता करेंगे जिनमें रक्षा, सुरक्षा और व्यापार के क्षेत्रों में संबंध गहरे करना और तेल निकालने में भारत की सहभागिता बढ़ाना शामिल है। भारत का ओएनजीसी विदेश लिमिटेड तीन दशक से अधिक समय से वियतनाम में तेल निकालने की परियोजनाओं में शामिल है और द्विपक्षीय यात्रा के दौरान क्षेत्र में नई परियोजनाओं की घोषणा हो सकती है जो 15 साल के अंतराल के बाद हो रही है। जी-20 सम्मेलन में भारत आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने और कर चोरी रोकने समेत कई मुद्दे उठा सकता है। सम्मेलन से इतर मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और ब्रिक्स के नेताओं की एक बैठक में हिस्सा लेंगे।