मिशिगन: एक नए अध्ययन में पाया गया है कि संक्रमण से पीड़ित कई लोग अपनी बीमारी के बारे में किसी को भनक भी नहीं लगने देते हैं। ऐसा ये लोग काम, यात्रा या सामाजिक कार्यक्रमों में जाने के दौरान करते हैं।
एक हालिया अध्ययन के अनुसार, हर चार में से तीन लोगों, यानी करीब 75 फीसद लोगों ने कम से कम एक बार अपनी संक्रामक बीमारी को दूसरों से छुपाये जाने की बात क़ुबूल की है।
जर्नल साइकोलॉजिकल साइंस में प्रकाशित रिपोर्ट में पाया गया कि अध्ययन में भाग लेने वालों ने हवाई जहाज से यात्रा करके और अन्य सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने के दौरान अपनी बीमारी को छुपाया।
इन लोगों ने दूसरों में बीमारी फैलने के जोखिम को भी नजरअंदाज किया। हैरान करने वाला तथ्य ये है कि इनमें से 75 फीसदी लोग ऐसे भी थे जो स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े थे।
मिशिगन विश्वविद्यालय के डॉक्टर और प्रमुख शोधकर्ता विल्सन मेरिल ने कहा कि ज्यादातर बीमार लोग अपनी संक्रामक बीमारी को यथासंभव छिपाते हैं, भले ही उनकी बीमारी दूसरों के लिए कितनी भी हानिकारक क्यों न हो।
Across a series of studies published in Psychological Science involving healthy and sick adults, 75% of participants said they had either hidden an infectious illness from others at least once or might do so in the future @wnmerrell @choi_soyeonc @UMesplabhttps://t.co/qHBpQzRe5k
— Association for Psychological Science (@PsychScience) January 30, 2024
विल्सन और उनके सहयोगियों ने अध्ययन के लिए 900 से अधिक प्रतिभागियों को भर्ती किया, जिनमें 400 स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी शामिल थे। इनमें से 70% प्रतिभागियों ने अपने संक्रामक रोग के लक्षणों को छिपाने की जानकारी दी।
अधिकांश प्रतिभागियों ने कहा कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि अगर उनकी बीमारी का खुलासा हुआ तो उनकी कई सामाजिक गतिविधियाँ प्रभावित होंगी। बाकी प्रतिभागियों ने अपने खुलासे में कहा कि कम वेतन के कारण ओवरटाइम को अधिकतम करने के लिए उन्होंने ऐसा किया।