न्यूयॉर्क: इराक में आधी सदी में बड़ी संख्या में बच्चों सहित दस लाख लोग ‘लापता’ हो चुके हैं। इस बीच इराक़ ने सद्दाम हुसैन के तानाशाही शासन के दौरान के अलावा देश पर अमेरिकी नेतृत्व वाले आक्रमण और क्षेत्र में आतंकवादी संगठन दाएश के उदय के उदय के दौर वाली तक़रीबन आधी सदी गुज़र दी है।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के अनुसार संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का अनुमान है कि 1968 के बाद से 250,000 से 1 मिलियन लोग गायब हो गए हैं। 2003 में अमेरिकी आक्रमण के बाद भी गायब होना जारी रहा। कम से कम 200,000 इराकियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से आधे अमेरिका या ब्रिटिश द्वारा संचालित जेलों में रहे। युद्ध की समाप्ति के बाद ISIS के रूप में इराक की भूमि पर आतंकवाद की एक नई लहर आई, जिसमें बच्चों को जबरन गायब करना शामिल है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कई लोगों को विद्रोही गतिविधियों में शामिल होने के लिए वारंट के बिना गिरफ्तार किया गया था, जबकि अन्य गिरफ्तार नागरिक गलत समय पर गलत जगह पर होने के दोषी थे।
UN reports a million Iraqis went missing over 50 years https://t.co/NS6UU7zDes
— AsiaNews EN (@AsiaNewsEN) April 5, 2023
संयुक्त राष्ट्र की समिति ने इराक से एक स्वतंत्र टास्क फोर्स गठित करने का आह्वान किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लापता लोगों का पता लगाने के दौरान बंदियों और उनके परिवारों की सूची उनके ठिकाने के बारे में सूचित की जाए और अपराधियों को दंडित किया जाए।
जैसा कि इराकी कानून “जबरन गुमशुदगी” को एक अपराध के रूप में परिभाषित नहीं करता है, संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इराक को इस जघन्य अपराध को रोकने, मिटाने और शांति बहाल करने के लिए बुनियादी कानूनों को लागू करना चाहिए।
उपरोक्त रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र की वर्तमान इराकी सरकार की मांगों पर इराक की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।