उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में चलने वाली सर्द हवाओं ने राज्य में फिर से तापमान गिरा दिया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिनों तक इन हवाओं का दौर जारी रहेगा।
विभाग का कहना है कि उत्तर भारत सहित देश के अधिकतर हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक मौसम के शुष्क रहने की उम्मीद है। इस दौरान लखनऊ में 12.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम और 25.9 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है।
प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में दिन में 20 से 25 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं से मौसम में ठन बढ़ गई है। उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में यह बदलाव हुआ है।
उत्तर-पश्चिम भारत और पश्चिमी मध्य भारत में इन सर्द हवाओं के चलते पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में दो से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले दो दिन तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट और हो सकती है। प्रदेश के 10 जिलों में पारा 10 डिग्री से कम रहा।
उत्तर भारत में मौसम का यह हाल उस समय है जब लोग गर्मी के मौसम की तैयारियां कर रहे होते हैं मगर इस समय उन्हें फिर से अपने गरम कपड़े निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
देश के पहाड़ी राज्यों में बर्फ गिरने से पारा भी गिरा है। हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बुधवार को तेज धूप निकलने के बावजूद पारा शून्य से 14 से 20 डिग्री गिर गया।
इसी दौरान 9 मार्च से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव करने के आसार भी हैं। बताते चलें कि पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर और अटलांटिक महासागर से नमी लेकर आता है।
पश्चिम उत्तर भारत में इस समय सूर्य की किरणें तिरछी पड़ रही हैं। इन तिरछी किरणों के कारण धूप का असर कम होने से हवा में ठंड होती है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर और अटलांटिक महासागर से नमी लेकर आता है।
पाकिस्तान की ओर से आने वाली यह नमी भारत में प्रवेश करने के बाद उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश और बर्फबारी का कारण बनती है।