कोरोना वायरस के वास्तविक स्वरूप को जानने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक रात-दिन परिश्रम कर रहे हैं। इससे निपटने के तरीके खोजे जा रहे हैं। ठीक उसी तरह यह अदृश्य दुश्मन अपना स्वरूप बदल रहा है। दुनिया के अलग-अलग हिस्से में इसे लेकर शोध हो रहे हैं और शोधों में नित नई और डरावनी जानकारियां सामने आ रही हैं। मसलन अमेरिका में एक बाघ में कोरोना पाया गया।
इसी तरह कई जगहों में कुत्तों में भी कोरोना के निशान मिले। अब ताजा मामला फ्रांस का है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में पानी में कोविड-19 पाया गया है।
कोरोना वायरस फ्रांस में लगातार कोहराम मचा रखा है। कोरोना से निपटने के लिए यहां लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत जब शोध हो रहा था तब गैर पीने योग्य पानी में नए कोरोना वायरस के ‘माइनसक्यूल’ सूक्ष्म निशान पाए गए।
यहां के एक अधिकारी सेलिया ब्लाउज के अनुसार गैर पीने योग्य पानी में कोरोना के बेहद ही बारीक निशान मिले हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यह पानी पीने में इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसका इस्तेमाल सड़कों की सफाई के लिए किया जाता है। फिलहाल पीने के पानी के दूषित होने का कोई खतरा नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पेरिस जल प्राधिकरण की प्रयोगशाला ने राजधानी के चारों ओर से एकत्रित 27 नमूनों में से चार में वायरस की सूक्ष्म मात्रा का पता लगाया है, जिसके बाद इन केंद्रों को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही इसकी जांच की जा रही है।
बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कोहराम जारी है। कोरोना ने लगभग 25 लाख लोगों को अपना शिकार बना लिया है, जिसमें 167,000 से अधिक लोगों की जान चली गई है जबकि 635,761 लोग ठीक भी हुए हैं। फ्रांस की बात करे तो यहां 152,894 लोग कोरोना के शिकार हो चुके हैं। 19,718 लोग इस दुनिया को छोड़कर जा चुके हैं जबकि 36,578 लोग ठीक हो चुके हैं।