काठमांडू। नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने सभी राजनीतिक दलों से एक बहुमत वाली सरकार बनाने का नए सिरे से आह्वान किया। इन राजनीतिक दलों को आम सहमति बनाने के लिए दी गई सीमा बिना किसी नतीजे के रविवार को खत्म हो गई।
संसद को भेजे एक पत्र में राष्ट्रपति ने पार्टियों से संविधान के मुताबिक बहुमत के आधार पर एक नया प्रधानमंत्री निर्वाचित करने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा।
भंडारी ने 25 जुलाई को सभी राजनीतिक दलों से आम सहमति के आधार पर एक सप्ताह के भीतर नया प्रधानमंत्री चुनने का आह्वान किया था, जिससे देश में राजनीतिक अस्थिरता समाप्त हो सके। इससे एक दिन पहले प्रधानमंत्री केपी ओली ने इस्तीफा दे दिया था।
माना जाता है कि संसद ने प्रधानमंत्री चुनने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए बुधवार को तैयारी प्रारंभ कर दी। सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के समर्थन से सीपीएन-माओवादी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के नेपाल का 39वां प्रधानमंत्री बनने की संभावना है।अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान से पहले ओली ने पिछले महीने इस्तीफा दे दिया, जिससे देश एक नए राजनीतिक संकट में फंस गया। ओली पिछले साल अक्टूबर में ही प्रधानमंत्री बने थे।