लखनऊ। नार्थ इंडिया में पहली बार मेडिकॉन-2016 का आयोजन होने जा रहा है। इस चार दिवसीय कान्फ्रेंस का आयोजन 13 जुलाई से 16 जुलाई के बीच यूपी की राजधानी लखनऊ में होगा। जिसका उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करेंगे। कार्यक्रम का समापन 16 जुलाई को प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक द्वारा किया जायेगा।
भारत में अब तक का ये 10वां मेडिकॉन है। पूर्व में यह कान्फ्रेंस कोयम्बटूर, मंगलोर, मुम्बई, सेवाग्राम, दिल्ली और नागपुर जैसे शहर में हो चुकी है। मेडिकॉन का मकसद विश्व में चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे बदलाव, शोध और नवीनतम पद्धति से छात्रों को रूबरू कराना है। इसका उद्देश्य छात्रों को चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में रोगियों की देखभाल हेतु हो रहे विभिन्न शोध कार्यों से अवगत कराना है।
विभिन्न देशों जैसे अमेरिका, कनाडा, बारबाडास, पोलैण्ड, बांग्लादेश व नेपाल से आये स्कॉलर्स व छात्र इस मेडिकॉन में हिस्सा लेंगे। इसमें खासतौर पर एमबीबीएस के छात्रों को फोकस किया जाता है।
इस मेडिकॉन में मुख्य रूप से शामिल होने वाले अतिथियों में पुणे स्थित मुविंग एकेडमी आफ मेडिसिन एवं बायोमेडिसिन के उपाध्यक्ष डाक्टर एमजी राव, यूनिवर्सिटी आफ साउथर्न क्वीन्सलैंड आस्ट्रेलिया से बायोमेडिकल साइंस के प्रोफेसर लिंडसे ब्राउन, बैंगलोर स्थित सेन्ट जांस कालेज के प्रोफेसर वेंकटेश थूपिल, एम्सटर्डम स्थित यूवी यूनिवर्सिटी आफ मेडिकल सेन्टर से प्रोफेसर हरी एस शर्मा, बोलिविया की हाई एटीट्यूड प्लमूनरी एण्ड पैथालोजी संस्थान के निदेशक व संस्थापक प्रोफेसर गुस्ताव जूबेटा शामिल हैं। इसके अलावा देश व विदेश के अन्य चिकित्सक भी अपने विचार रखेंगे।