चंडीगढ़ मेयर का चुनाव टल गया है। इसपर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए आरोप लगाया है कि पार्षदों को नगर निगम बिल्डिंग में नहीं जाने दिया गया। चंडीगढ़ में सुबह 11 बजे से मतदान होना था, मगर उससे पहले ही जोरदार हंगामें के चलते चुनाव नहीं हो सका।
चंडीगढ़ में आज मेयर का चुनाव होना था। बताया जा रहा है कि नगर निगम के बाहर भारी भीड़भाड़ और हंगामे के चलते चुनाव टल गया है। इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही है। चुनाव टलने पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों का कहना है कि भाजपा चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हार से डर गई है।
परिस्थितियों पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों का कहना है कि अंतिम समय में पीठासीन अधिकारी की तबीयत खराब होने का बहाना बनाया गया है।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव टला, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने कहा- डर गई है बीजेपी
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— BBC News Hindi (@BBCHindi) January 18, 2024
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का कहना है कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हार के डर से भाजपा चुनाव नहीं करवाना चाहती है। इस पर कांग्रेस नेता पवन बंसल का कहना है कि भाजपा ने मेयर चुनाव टालने की मंशा से पीठासीन अधिकारी को अस्पताल में भर्ती कराया है।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन ने चुनाव कराने के लिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का रुख किया है। अब इस मामले की सुनवाई 23 जनवरी को हाईकोर्ट में होगी।
पवन बंसल ने इसे गैर लोकतांत्रिक बताते हुए इसके खिलाफ अदालत में जाने की बात कही है। उनका कहना है कि उनके पार्षदों की संख्या 20 है और भाजपा के पार्षदों की संख्या 15 है। ऐसे में पीठासीन अधिकारी की बीमारी के बहाने से भाजपा ने अपनी हार देखते हुए ये हथकंडा अपनाया है।
आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने भी चंडीगढ़ मेयर चुनाव टलने पर अपने बयान में कहा की भाजपा इंडिया गठबंधन से घबरा गई है। आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी को अपनी हार साफ दिखाई दे रही थी।