राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस अरुण मिश्रा भी घबरा गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि रिटायरमेंट के बाद यह यहां नहीं रहेंगे क्योंकि दिल्ली गैस चेंबर बन गई है।
वायु प्रदूषण (Air Pollution) पर सुनवाई करते हुए जस्टिस अरूण मिश्रा (Justice Arun Mishra) ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण और ट्रैफिक जाम बहुत है। सुबह कोर्ट आते समय वह दो नए जजों की शपथ ग्रहण समारोह में भी बहुत कठिनाई से पहुंचे हैं। जस्टिस मिश्रा ने दिल्ली सरकार से कहा कि दिल्ली को मेरठ से जोड़ने वाले रेपिड रेल परिवहन प्रणाली के बारे में 10 दिन में बताएं। दिल्ली सरकार ने कहा कि उसके पास इसके लिए पैसा नहीं है।
जस्टिस मिश्रा ने सख्ती से कहा कि आप अपनी जिम्मेदारी से मत भागिये, आखिर योजना दिल्ली के नागरिकों के लिए ही है। कोर्ट ने कहा कि इस बारे में 1 फरवरी को कोर्ट को सूचित करिये कि इस बारे में क्या काम हुआ। कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी में पार्किंग नीति के बारे में भी कोर्ट को 1 फरवरी को सूचित करे।
जस्टिस मिश्रा ने कहा कि पहले वह दिल्ली की ओर आकर्षित थे लेकिन अब नहीं। ट्रैफिक जाम और प्रदूषण को देखते हुए अब रिटायरमेंट के बाद यहां नहीं रहूंगा।