जयपुर : जयपुर की एक अदालत ने अभिनेता अक्षय कुमार को समन जारी करते हुए 10 मार्च को अदालत के सामने पेश होने के लिए कहा है। Jolly llb
याचिकाकर्ता ने कहा है कि फिल्म जॉली एलएलबी के कुछ सीन्स वकीलों को बुरे रूप में प्रदर्शित करते हैं।
उधर, बॉम्बे हाई कोर्ट की औरंगाबाद बेंच ने अक्षय कुमार और हुमा कुरैशी स्टारर फिल्म जॉली एलएलबी-2 के चार सीन काटने का आदेश दिया है।
इन सीन्स में अदालत में हुए हंगामे के डर से मेज के नीचे छिपते हुए जज वाला सीन, अदालत में जूता फेंकने का सीन, अनुचित इशारे किए जाने का सीन और अदालत की कार्रवाई के दौरान बहस का एक सीन हटाने को कहा गया है।
मालूम हो कि फिल्म को सीबीएफसी (सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन) ने पहले ही हरी झंडी दे दी थी जिसके बाद मध्य प्रदेश के एक वकील अजय कुमार वाघमारे की याचिका के बाद यह मामला कोर्ट में आया। अब सेंसर बोर्ड को एक बार फिर से अदालत के संज्ञान में रहते हुए फिल्म के लिए सर्टिफिकेट इश्यू करना होगा।
गौरतलब है कि हाल ही में इस मामले में जाने-माने फिल्म निर्देशक महेश भट्ट ने ट्वीट करके कहा था कि सीबीएफसी के सर्टिफिकेट मिलने के बावजूद जॉली एलएलबी-2 को बॉम्बे हाई कोर्ट को दिखाना पड़ रहा है।
क्या सीबीएफसी सर्टिफिकेट की कोई वैलिडिटी होती है? महेश भट्ट के इस ट्वीट को 2 घंटे के अंदर तकरीबन 900 लोगों ने लाइक किया और 300 लोगों ने रीट्वीट किया।
बता दें कि इससे पहले हाई कोर्ट की बेंच ने कहा था कि फौरी तौर पर तस्वीरें देख कर यह लगता है कि यह कोर्ट की पूरी तरह से बेईज्जती करने जैसा है, हम इतनी जल्दी नतीजे पर नहीं पहुंच सकते जब तक कि हम नहीं देख लेते कि इन दृष्यों को किन संदर्भों में दिखाया गया है।
इसलिए कोर्ट ने एक पैनल का गठन किया जो इस फिल्म को देखने के बाद रिपोर्ट पेश करेगा कि क्या फिल्म में न्यायपालिका का मखौल उड़ाने जैसी कोई चीज दिखाई गई है या नहीं। फिल्म को देखने के बाद कोर्ट ने अब चार सीन काटने का आदेश दिया है।
इस मामले में फॉक्स स्टार स्टूडियो के प्रोड्यूसर्स शुक्रवार को हाई कोर्ट पहुंचे और उनके वकील कपिल सिबल और सिद्धार्थ लूथरा ने जस्टिस रंजन गोगोई की बेंच से हाई कोर्ट के आदेश को किनारे करते हुए फिल्म के रिलीज की परमिशन मांगी क्योंकि सेंसर बोर्ड इसे पहले ही पास कर चुका है।
हालांकि गोगोई ने इस बारे में कोई भी दखल कर पाने से इंकार करते हुए कहा- मिस्टर सिब्बल आप एक बार मुंबई क्यों नहीं चले जाते।
बहुत संभव है कि अब हाई कोर्ट के 4 सीन काटे जाने के फैसले के बाद मेकर्स सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे, क्योंकि फिल्म को इसी हफ्ते रिलीज किया जाना है। देखना यह होगा कि क्या अदालत की इस रियल लाइफ कार्रवाई में ‘जॉली’ जीत पाएगा या नहीं।