वाशिंगटन डीसी: अमरीकी कांग्रेस में गाजा में फिलिस्तीनियों पर इजरायली बमबारी को रोकने के लिए प्रदर्शन करने वाले लगभग 500 यहूदियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदर्शन का आयोजन युद्ध-विरोधी समूह यहूदी वॉयस फॉर पीस द्वारा किया गया था, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने “नॉट इन अवर नेम” शब्दों से सजी शर्ट पहनी थी।
अमरीकी कांग्रेस भवन में प्रदर्शनकारियों ने एक बड़ा बैनर भी ले रखा था, जिस पर लिखा था- “युद्ध बंद करो, क्योंकि इजरायली बमबारी से गाजा पट्टी में मरने वालों की संख्या बढ़ रही है।”
Today, 500 Jews were arrested and 10k took to the streets to support and to demand a ceasefire and an end to Palestinian genocide.
We shut down congress to draw mass attention to the U.S. complicity in Israel's ongoing oppression of Palestinians. But our work isn't done. 🧵 pic.twitter.com/1aQf15Xx0D
— Jewish Voice for Peace (@jvplive) October 18, 2023
हमास और इजरायल के मध्य बीते 13 दिनों से जारी युद्ध में 17 अक्टूबर को गाजा पट्टी के एक अस्पताल पर धमाका के बाद इजरायल के समर्थन में उतरे कई देश अब उसके खिलाफ हो गए है।
बीते कुछ वर्षों में यूएई, सऊदी अरब, क़तर और मिस्र जैसे देश इज़राइल के क़रीब आए थे मगर इस युद्ध ने इन दोषों को एक बार फिर से इज़राइल के खिलाफ कर दिया है। अब एक बार फिर अरब देश एकजुट होकर इजरायल के इस हमले की निंदा कर रहे हैं।
दिल्ली के कंस्टूशन क्लब में फिलिस्तीन के समर्थन में मुस्लिम संगठनों ने की मीटिंग, इस मीटिंग में मुसलमानों के अलावा अन्य संगठनों के लोग ने लिया हिस्सा ,कहा ये सिर्फ फिलिस्तीन का मसला नही है बल्कि इंसानियत का सवाल है। हर भारतीयों को फिलिस्तीन का समर्थन करना चाहिए। #Palaestine… pic.twitter.com/DlxxY8IBMe
— Millat Times (@Millat_Times) October 19, 2023
इस हमले के एक दिन बाद ही जो बाइडेन के साथ अरब देशों के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया गया।
सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर ज्यूइश वॉयस फॉर पीस के अनुसार, लगभग 10,000 लोगों ने अमरीकी राजधानी की सड़कों पर मार्च भी किया।
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को शुरू हुए युद्ध के कारण इजराइल ने गाजा पट्टी को पूरी तरह से घेरकर फिलिस्तीनियों को पानी, भोजन, बिजली और चिकित्सा सहायता की आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर दी है।
स्पेन में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर फिलिस्तीन का समर्थन किया और इसराइल के हमले की निंदा की।#FreePalestine pic.twitter.com/FZukyF6RR0
— Millat Times (@Millat_Times) October 20, 2023
इजरायल की बर्बर बमबारी के परिणामस्वरूप गाजा में अब तक महिलाओं और बच्चों सहित 3,500 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच इजरायली शहरों में हमास के हमलों के कारण सैकड़ों इजरायली बलों सहित अबतक 1,500 लोग मारे गए हैं।
7 अक्टूबर को हमास हमले के बाद इजरायल की जवाबी कार्रवाई को देखते हुए रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव जारी किया था जिसे 16 अक्टूबर को खारिज कर दिया गया।
रूस द्वारा प्रस्तुत इस प्रस्ताव में दोनों ही पक्षों के बीच चल रहे युद्ध में आम नागरिकों के साथ की जा रही हिंसा और आतंकवाद की निंदा की गई थी।
इस प्रस्ताव पर रूस के 15 सदस्यों वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चार देश- चीन, संयुक्त अरब अमीरात, मोजाम्बिक और गैबॉन ने अपनी सहमति जताई थी। अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस और जापान ने इस रूसी प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया था।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध का एलान करते हुए बताया है कि इजरायल ने अपने दुश्मन के खिलाफ ‘ऑपरेशन आयरन स्वार्ड्स’ लॉन्च किया है।