चेन्नई। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में सोमवार (5 दिसंबर) की रात 11.30 बजे ‘अम्मा’ ने दुनिया को अलविदा कहा। जयललिता का पार्थिव शरीर राजाजी हॉल में अंतिम दर्शन हेतु रखा गया था। जहां लाखों की संख्या में समर्थकों ने अपनी प्रिय नेत्री को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी। अम्मा का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम को मरीना बीच पर किया गया। उन्हें एमजीआर की समाधि के बगल में दफनाया गया। jayalalithaa funeral
मंगलवार शाम मरीना बीच पर MGR मेमोरियल के पास जे जयललिता का अंतिम संस्कार किया गया। उनका हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से दाह संस्कार नहीं हुआ, बल्कि उन्हें दफनाया गया। अंतिम संस्कार की रस्में जयललिता की करीबी शशिकला ने कीं। शशिकला वे हीं जिनपर जजललिता को जहर देने का आरोप लगा था। इससे पहले अम्मा के अंतिम दर्शन के लिए प्रणब मुखर्जी, मोदी और राहुल गांधी पहुंचे। उनके आखिरी सफर में चेन्नई की सड़कों पर लोग उमड़ पड़े। जिसे जहां जगह मिल रही थी, वे वहीं खड़े होकर उन्हें अंतिम विदाई दे रहे थे। बता दें कि सोमवार रात 11.30 बजे 68 साल की जयललिता का निधन हो गया था।
जयललिता के अंतिम संस्कार से पहले तक किसी को यह साफ नहीं था उनका दाह संस्कार होगा या दफनाया जाएगा। दोपहर 3 बजे यह पता चला कि उन्हें दफनाया जाएगा। बता दें कि उनके मेंटर मुरुथुर गोपालन रामचंद्रन (MGR) को भी दफनाया गया था। एमजीआर का निधन दिसंबर 1987 में हुआ था।
MGR से जयललिता की काफी नजदीकियां रही थीं। फिल्मों से लेकर पॉलिटिक्स तक दोनों का साथ रहा।
शशिकला, जयललिता की दो दशक से परछाई की तरह रही हैं। लेकिन 2011 में आरोप लगा कि शशिकला ने पति नटराजन को सीएम बनाने के लिए जयललिता को धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की। इसके बाद जयललिता ने शशिकला को अपने घर और पार्टी से निकाल दिया। यह अलगाव 100 दिन चला। शशिकला द्वारा माफी मांगने पर जयललिता ने उसे दोबारा दोस्त के तौर पर अपना लिया। शशिकला ने ही जयललिता के अंतिम संस्कार की रस्में निभाईं।