चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 के बाद अब इसरो जिस नए सेटेलाइट को लांच करने के लिए तैयार है, वह मौसम की सटीक जानकारी दे सकेगा। आज शाम लॉन्च होने वाले INSAT-3DS सैटेलाइट से मौसम पूर्वानुमान और आपदा संबंधी जानकारी मिल सकेगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन 17 फरवरी यानी शनिवार को शाम 5.35 बजे वेदर सेटेलाइट लॉन्च करेगी। सैटेलाइट को जिस रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा, वह भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी का ‘नॉटी बॉय’ कहलाता है।
GSLV-F14/INSAT-3DS Mission:
27.5 hours countdown leading to the launch on February 17, 2024, at 17:35 Hrs. IST has commenced. pic.twitter.com/TsZ1oxrUGq
— ISRO (@isro) February 16, 2024
मौसम और आपदा संबंधी जानकारी मुहैया कराने वाला वेदर सैटेलाइटआज शाम आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) रॉकेट द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा।
गौरतलब है कि इस रॉकेट को इसरो के एक पूर्व अध्यक्ष ने ‘नॉटी बॉय’ कहा था। दरअसल, रॉकेट द्वारा अब तक 15 लॉन्च किये जा चुके हैं, जिनमे से 6 के नतीजे सही नहीं निकले। इस रॉकेट का फेलियर रेट 40% है।
ISRO: वेदर सैलेलाइट को आज लॉन्च करेगा ISRO, जानिए ‘नॉटी बॉय’ रॉकेट कैस करेगा काम; जानिए इससे जुड़े हर सवाल का जवाबhttps://t.co/ntLsFCVS7D
— Jansatta (@Jansatta) February 17, 2024
बताते चलें कि जीएसएलवी की आखिरी लॉन्चिंग 29 मई 2023 को हुई थी, जो सफल रही थी जबकि इससे पहले 12 अगस्त, 2021 को किया जाने वाला प्रक्षेपण सफल नहीं हो सका था।
वेदर सैटेलाइट (INSAT-3DS) इसरो द्वारा भूस्थैतिक कक्षा (geostationary orbit) में स्थापित किए जाने वाले तीसरी पीढ़ी के मौसम उपग्रह का नया मिशन है। ये सैटेलाइट अपनी कक्षा में स्थापित होने के बाद मौसम से जुड़ी सटीक जानकारी देने के साथ पूर्वानुमान और आपदा सम्बंधित चेतावनी में मामलों में सहायक रहेगा। इसरो ने इसे भूमि और महासागर की सतहों की निगरानी करने के लिए डिजाइन किया है।
इसरो ने बताया कि इस सैटेलाइट का वजन 2,274 किलोग्राम है तथा इसके निर्माण में लगभग 480 करोड़ रुपये की लागत आई है।