ईरान के सेंट्रल बैंक के गवर्नर ने कहा है कि यूरोप में ईरान ने एक बड़ी क़ानूनी लड़ाई जीती और अमरीका को अदालत में शिकस्त देते हुए ईरान की संपत्ति हड़पने की वाशिंग्टन की कोशिश को नाकाम कर दिया है।
अब्दुल नासिर हिम्मती ने बुधवार को बताया कि यूरोप में सील की गई ईरान की संपत्ति रिलीज़ होने के बाद अमरीका उसे हड़प लेना चाहता था मगर लग्ज़म्बर्ग की अदालत ने ईरान के तर्कों को स्वीकार किया और आदेश दिया कि 1.6 अरब डालर की रक़म ईरान के हवाले की जाए।
हिम्मती ने बताया कि लग्ज़मबर्ग में हम दो मुक़द्दमे जीते, पहले मुक़द्दमे में हमने अपनी ज़ब्त की गई संपत्ति को रिलीज़ कराया और दूसरे मुक़द्दमे में इस रक़म को हड़पने की अमरीका की कोशिश को नाकाम कर दिया और यूरोपीय अदालत ने यह फ़ैसला दिया कि रिलीज़ की जाने वाले ईरान की संपत्ति अमरीका न जाने पाए।
इससे पहले यूरोप की दूसरी अदालतें भी अमरीका के इस दावे को ख़ारिज कर चुकी हैं कि ईरान की यह संपत्ति 11 सितम्बर के आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को हरजाने के रूप में दी जाए।
11 सितम्बर के आतंकी हमलों के संबंध में अमरीका ईरान पर निराधार आरोप लगाता है जिन्हें ईरान ने सिरे से ख़ारिज कर दिया है। यह हमला अंजाम देने वाले 19 आतंकियों में 15 सऊदी अरब के नागरिक थे और अन्य का संबंध दूसरे अरब देशों से था।