ईरान 27 जून को 300 किलोग्राम संवर्धित युरेनियम के उत्पादन की सीमा को पार करेगा
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रवक्ता बहरूज़ कमालवंदी ने परमाणु समझौते जेसीपीओए की प्रतिबद्धताओं को योरोपीय देशों द्वारा पूरा न होने की ओर इशारा करते हुए कहा कि अगले 10 दिन में ईरान का युरेनियम संवर्धन का उत्पादन 300 किलोग्राम की सीमा पार कर जाएगा।
उन्होंने सोमवार को अराक स्थित भारी पानी के रिएक्टर प्रतिष्ठान में पत्रकारों से बात करते हुए कहाः “300 किलोग्राम संवर्धित युरेनियम का भंडार बढ़ाने के लिए उलटी गिनती शुरु हो गयी है और 10 दिन बाद हम इस सीमा को पार करेंगे।”
उन्होंने जेसीपीओए के तहत कुछ प्रतिबद्धताओं को रोकने के परिप्रेक्ष्य में ईरान द्वारा हाल में उठाए गए कुछ तकनीकी क़दम की व्याख्या करते हुए कहाः ईरान में युरेनियम का उत्पादन 4 गुना हो गया है और अगर इस्लामी गणतंत्र सरकार का आदेश हुआ तो इसका उत्पादन बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने इस बात का उल्लेख करते हुए कि ईरान युरेनियम की 300 किलोग्राम की सीमा को पार करने के बाद 3.67 फ़ीसद तक संवर्धित युरेनियम का स्तर तेज़ी से बढ़ाएगा, कहा कि इतने फ़ीसद संवर्धित युरेनियम को बड़ी आसानी से 20 फ़ीसद तक बढ़ाया जासकता है।
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रवक्ता ने इस बात पर बल देते हुए कि अगले ढाई महीने में भारी पानी के निर्यात का बाज़ार अगर ईरान को नहीं मिला तो देश का भारी पानी का भंडार 130 टन से ज़्यादा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जेसीपीओए के अनुसार, ईरान भारी पानी की अतिरिक्त मात्रा की अंतर्राष्ट्रीय मंडी में आपूर्ति कर सकता है लेकिन मुमकिन है ईरान अपनी ज़रूरत के लिए इसे रोक ले।
बहरूज़ कमालवंदी ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि ईरान का यह क़दम जेसीपीओए के 26वें और 36वें अनुच्छेद के अनुसार है, बल दिया कि अगर जेसीपीओए को बचाना योरोप के लिए अहमियत रखता है तो वे इसके लिए कोशिश करें।
ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रवक्ता ने देश की रेडियो आइसोटोप का उत्पादन करने वाली कंपनियों पर अमरीका की ओर पाबंदियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन कंपनियों पर पाबंदी इंसानियत की हत्या है।