नई दिल्ली/मुंबई। भारत इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक पर बैन लगा सकता है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू के मुताबिक अगर बांग्लादेश की ओर से ऐसी कोई मांग की जाती है तो भारत गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम (अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रेवेंशन एक्ट) के तहत जाकिर के खिलाफ़ कार्रवाई कर सकता है। नाइक पर दक्षिण एशिया के मुस्लिमों को कट्टरता के लिए उकसाने का आरोप है। नाइक मुंबई आधारित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का संस्थापक है। जिसे ब्रिटेन और कनाडा में बैन किया गया है। नाइक पर दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत फैलाने का आरोप है और उसे मुस्लिम बहुल देश मलेशिया में भी बैन किया गया है। रिजिजू ने बताया कि भारतीय गृह मंत्रालय धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देने वाले सभी माध्यमों पर नजर रखने की योजना बना रहा है।
उधर मुस्लिम धर्मगुरु डॉ. जाकिर नाइक के खिलाफ मुंबई में विरोध प्रदर्शन किया गया। लोगों ने नाइक पर बैन लगाने की मांग की है। दूसरी ओर, एनआईए नाइक से पूछताछ की तैयारी कर रही है। मुंबई में नाइक के ऑफिस की सिक्युरिटी बढ़ा दी गई है। गौरतलब है कि ढाका में पिछले दिनों हुए हमले में शामिल दो आतंकियों को नाइक से प्रभावित बताया गया है। बांग्लादेश सरकार ने भारत से इस बारे में मदद मांगी है। इससे पहले हैदराबाद में पिछले दिनों अरेस्ट किए गए पांच आईएस संदिग्धों ने भी पूछताछ में कबूल किया था कि वे नाइक की स्पीच से इन्सपायर हैं।
जाकिर नाइक एक की संस्था पीस टीवी नाम से एक धार्मिक चैनल भी चलाती है जिसमें उनके स्पीच दिखाये जाते हैं। पीस टीवी को भारत में प्रसारण अधिकार नहीं है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री वैंकेया नायडू ने बुधवार को कहा कि हम बिना लाइसेंस के चल रहे चैनल्स की जांच करा रहे हैं और एक्शन लेंगे।