भारत की आर्चरी टीम ने बर्लिन में हो रहे विश्व तीरंदाजी चैंपियशिप में इतिहास रच दिया है। भारतीय महिला कंपाउंड तीरंदाजी टीम ने मेक्सिको को हराकर स्वर्ण पदक पर क़ब्ज़ा जमा लिया है।
भारतीय टीम ने 42 साल से जारी असफलता को दरकिनार करते हुए इस बार देश को गर्व करने का अवसर दिया है। ज्योति सुरेखा वेन्नम, अदिति स्वामी और परनीत कौर की इस जीत के साथ ही भारत ने इस विश्व कप में अपने पदक का खाता खोला।
भारतीय महिला टीम ने एकतरफा फाइनल मुकाबले में टॉप सीड मेक्सिको को 235-229 से शिकस्त दी और विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता।
इससे पहले भारत ने 1981 में इटली के पुंटा अला में विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप की शुरुआत के बाद यह पहली बार तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है।
महिला तीरंदाजों ने रचा इतिहास, वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल
पूरी ख़बर – https://t.co/NwRDwiQkVS pic.twitter.com/dXoqFPE0Cy— BBC News Hindi (@BBCHindi) August 4, 2023
इससे पूर्व भारत ने 2019 में नीदरलैंड में हुई तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप के रिकर्व वर्ग में पदक जीता था। तब तरुणदीप राय, अतनु दास और प्रवीण जाधव की पुरुष टीम ने सिल्वर मेडल पर जीत हासिल की थी।
भारत ने इससे पहले सेमीफाइनल में कोलंबिया तथा क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपै को परास्त किया था। गौरतलब है कि हाल ही में अंडर-18 विश्व चैंपियन बनने वाली 17 वर्षीय अदिति इस टीम की सबसे जूनियर खिलाड़ी हैं। इस जीत के बाद उनका कहना था कि देश के लिए पहला पदक जीतना और भारतीय ध्वज को लहराते देखना एक स्पेशल मोमेंट है।
तीनों भारतीय खिलाड़ियों ने मेक्सिको के खिलाफ फाइनल में पहले तीन दौर में 60 में 59-59 अंक बनाए। इसके साथ ही भारत ने 177-172 की बढ़त ले ली। भारत ने चौथे दौर में 58 के स्कोर के साथ मुकाबला जीत लिया।
विश्व चैम्पियनशिप में ज्योति का अब तक सात पदक जीत चुकी हैं। इस स्वर्ण से पहले ज्योति चार रजत और दो कांस्य पदक जीत चुकी हैं।
ज्योति, अदिति और परनीत व्यक्तिगत स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के बाद भी पदक की दौड़ में शामिल हैं। परनीत के सामने अंतिम-आठ में ज्योति की चुनौती होगी जबकि अदिति का मुकाबला नीदरलैंड की सन्ने डी लाट से होगा।