रूस के ख़िलाफ़ अपनी जीत के लिए पूरे मनोबल से जुटे यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को इस समय युद्ध में हार नज़र आने लगी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने एक अमरीकी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में अपनी शिकस्त के संकेत दिए हैं। ज़ेलिंस्की का कहना है कि अगर अमरीका सहयोग नहीं करता है तो इसका मतलब होगा कि यूक्रेन रक्षा से वंचित हो जाएगा। यूक्रेन के पास पैट्रियट मिसाइलें, इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग डिवाइस, 155 मिमी तोपखाने के गोले नहीं होंगे।
मदद न मिलने पर यूक्रेनी राष्ट्रपति ने आशंका जताई है कि इन हालात में सेना कदम दर कदम पीछे हटते हुए वापस लौटने को मजबूर हो जाएगी।
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने इस बात को स्वीकार किया है कि यूक्रेन के पास रक्षा प्रणाली नहीं है, वह इसका निर्माण कर रहा है और उसके पास मिसाइलों की भी बड़े पैमाने पर कमी है।
Opinion | “We are trying to find some way not to retreat,” Ukrainian President Volodymyr Zelensky tells columnist David Ignatius. https://t.co/ni2ij6gs3A
— The Washington Post (@washingtonpost) March 30, 2024
ज़ेलेंस्की ने कहा, 60 अरब डॉलर के सैन्य सहायता पैकेज को मंजूरी देने में कांग्रेस की देरी यूक्रेन के लिए महंगी पड़ रही है। आगे उनका कहना था कि सेना भविष्य के अभियानों की योजना बनाने में असमर्थ रही है जबकि नेता लगभग छह महीने से आपस में झगड़ रहे हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि मुश्किल में फंसी यूक्रेनी सेना को अपनी अग्रिम पंक्ति को सुरक्षित करने और गोला-बारूद बचाने के लिए पीछे हटना पड़ सकता है।
आगे उन्होंने कहा कि यूक्रेनी सेना पीछे हटने से बचने का रास्ता तलाश रही है, अगर मोर्चे पर स्थिति स्थिर रहती है तो यूक्रेन रक्षा के लिए नई ब्रिगेड तैयार कर सकता है और उन्हें हथियारों से लैस कर सकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस युद्ध में पिछली गर्मियों में यूक्रेन की तरफ से हमले का प्रयास असफल रहा था।