नई दिल्ली: किसान संगठनों ने अपना साल भर से चल रहा आंदोलन ‘स्थगित’ कर दिया है। केंद्र द्वारा गुरुवार को संशोधित प्रस्ताव सौंपे जाने के बाद सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा ने इसकी घोषणा की। किसानों का कहना है कि वे शनिवार को दिल्ली की सीमाएं खाली करेंगे और 15 जनवरी को बैठक करेंगे। कानून रद्द करने के बाद केंद्र सरकार एक प्रस्ताव लेकर आई जिसे किसानों ने स्वीकार कर लिया है। उनकी मांग के आधार पर, केंद्र ने लिखित रूप में भी ऐसा ही किया।
Farmers start removing tents from their protest site in Singhu on Delhi-Haryana
"We are preparing to leave for our homes, but the final decision will be taken by Samyukt Kisan Morcha," a farmer says pic.twitter.com/rzRjPkPfE1
— ANI (@ANI) December 9, 2021
इस बीच सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अपने टेंट हटाने शुरू कर दिए हैं। मिठाइयों के आदान-प्रदान का माहौल है। किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान 11 दिसंबर को धरना स्थल खाली करेंगे। वहीं किसान नेता गुरनाम सिंह चरुनी ने कहा कि हमने अपना आंदोलन स्थगित करने का फैसला किया है। हम 15 जनवरी को समीक्षा बैठक करेंगे। अगर सरकार अपने वादे पूरे नहीं करती है, तो हम अपना आंदोलन फिर से शुरू कर सकते हैं।