मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक आईडीबीआई बैंक का घाटा वर्ष 2017-18 की अंतिम तिमाही में बढ़कर 5662.76 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक को 3199.77 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
बैंक ने शेयर बाजार को सूचित किया कि गैर निष्पादित परिसंपत्तियों के लिए प्रावधान में बढोतरी होने से उसका घाटा बढ़ा है।
मार्च में समाप्त इस तिमाही में उसकी आय 7913.82 करोड़ रुपए रही जो मार्च 2017 में समाप्त तिमाही की 7703.19 करोड़ रुपए की आय से मामूली अधिक है। इस तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय में 44 फीसदी की गिरावट आयी है और यह 915.47 करोड़ रुपए पर आ गयी। वर्ष 2016-17 की अंतिम तिमाही में यह 1633.29 करोड़ रुपए रही थी।
इस अवधि में बैंक की परिसंपत्तियों में गुणवत्ता में भी गिरावट आयी है। सकल गैर निष्पादित परिसंपत्ति 21.25 प्रतिशत से बढ़कर 27.95 प्रतिशत पर पहुंच गयी है। कुल एनपीए भी 13.21 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर16.69 प्रतिशत पर पहुंच गया है। बैंक ने कहा है कि एनपीए के लिए चौथी तिमाही में 10773.30 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। -एजेंसी