एक नवीनतम शोध से पता चलता है कि यदि आप केवल 10 सेकंड के लिए एक पैर पर खड़े नहीं रह सकते हैं, तो इसका मतलब है कि आपका शरीर संतुलन नहीं बना पा रहा है, जिससे गंभीर चिकित्सा समस्याएं हो सकती हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ”दुनिया भर में हादसे के बाद सबसे ज़्यादा मौते, गिरने के कारण होती हैं।” वर्तमान में अतीत की तुलना में लोगों की शारीरिक संतुलन बनाए रखने की क्षमता कम हो गई है।
पहले लोग अपनी दिनचर्या का ज्यादातर हिस्सा चलते फिरते गुज़रते थे लेकिन अब हममें से ज़्यादातर का गतिवान रहना बहुत कम हो गया है। इस गतिहीन जीवनशैली ने हमारे संतुलन बनाने की क्षमता पर भी असर डाला है और हमें इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है।
प्रोफ़ेसर अनात लुबित्ज़की के मुताबिक़ औसतन 50 साल के लोगों को एक पैर पर लगभग 40 सेकंड, 60 साल वालों को 20 सेकंड और 70 साल के लोगों को 10 सेकंड तक खड़ा रहना चाहिए।
नवीनतम शोध के आधार पर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करने वाली एक प्रमुख अमेरिकी वेबसाइट हेल्थलाइन के अनुसार, 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों में शरीर का संतुलन बनाए रखने की क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में शरीर का संतुलन बनाए रखना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि जब शरीर असंतुलित होता है तो हादसे का ख़तरा बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि 10 सेकंड तक एक पैर पर खड़े न रहने से अगले 10 साल में मौत की संभावना बढ़ जाती है।
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में फिजिकल थेरेपी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर अनात लुबित्ज़की का कहना है कि जब हम अपना स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं, तो हमें इसमें संतुलन परीक्षण भी शामिल करना चाहिए।
हालिया अध्ययन में 51 से 75 वर्ष की आयु के 1702 लोगों को शामिल किया गया, जिनमें लगभग दो-तिहाई पुरुष थे।शोधकर्ताओं ने लोगों को चेहरा और बाहें सीधे रखते हुए एक पैर पर सीधे खड़े होने का निर्देश दिया। यदि कोई ऐसा करने में असमर्थ था, तो उसे 3 बार प्रयास करने की भी अनुमति थी।
कैलिफ़ोर्निया में प्रोविडेंस सेंट जॉन्स हेल्थ सेंटर के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. क्लिफ़ोर्ड सीगल का कहना है कि संतुलन रीढ़ की हड्डी की समस्याओं या न्यूरोपैथी के कारण प्रभावित हो सकता है।
परिणामों से पता चला कि लगभग 20 प्रतिशत लोग 10 सेकंड तक एक पैर पर खड़े होने में असमर्थ थे। इनमे 51 से 55 वर्ष की उम्र के बीच के 5 प्रतिशत लोग एक पैर पर खड़े होने में असमर्थ थे। इसके अलावा 56 और 60 वर्ष की आयु के बीच के 8 प्रतिशत लोग, 61 और 65 वर्ष की आयु के बीच के 18 प्रतिशत लोग, 66 और 70 वर्ष की आयु के लगभग 37 प्रतिशत लोग, जबकि 71 से 75 वर्ष के 54 प्रतिशत लोग एक टांग पर खड़े नहीं हो सके।
प्रोफ़ेसर अनात लुबित्ज़की का कहना है कि औसतन 50 साल के लोगों को एक पैर पर लगभग 40 सेकंड, 60 साल के लोगों को 20 सेकंड और 70 साल के लोगों को 10 सेकंड तक खड़ा रहना चाहिए।
सामान्य नज़र आने वाले व्यक्ति के एक पैर पर खड़े न हो पाने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें न्यूरोलॉजिकल रोग, न्यूरोपैथी, आर्थोपेडिक समस्याएं, दृष्टि समस्याएं, बैठने की मुद्रा और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग एक पैर पर खड़े नहीं हो सकते थे, उनमें से ज्यादातर अधिक वजन वाले, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे।
कैलिफ़ोर्निया में प्रोविडेंस सेंट जॉन्स हेल्थ सेंटर के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. क्लिफ़ोर्ड सीगल का कहना है कि संतुलन रीढ़ की हड्डी की समस्याओं या न्यूरोपैथी के कारण प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा कान की अंदरूनी समस्याओं, जैसे चक्कर आना आदि भी इस असमर्थता का कारण हो सकता है।
हालिया शोध केवल अवलोकन संबंधी था, इसलिए वैज्ञानिक अभी भी असंतुलन के कारण और प्रभावों की जांच कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में अपने संतुलन और स्वास्थ्य को लेकर अपने चिकित्सक से संपर्क करें।