अब हमास-इजरायल युद्ध को लेकर मेक्सिको और चिली ने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।मेक्सिको और चिली ने अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) से इज़राइल युद्ध में संभावित युद्ध अपराधों के लिए जांच करने का अनुरोध किया है।
मेक्सिको के विदेश मंत्री ने इस संबंध में कहा कि वह गाजा में जारी हिंसा, खासकर नागरिक ठिकानों को लेकर चिंतित हैं।गाजा प्रशासन की तरफ से मिलने वाली जानकारी से पता चलता है कि इजराइल ने 104 दिनों में 2058 हमले किए और इस युद्ध में 31 हजार 620 फिलिस्तीनी शहीद और लापता हुए हैं।
उन्होंने कहा है कि आईसीसी को 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले और उसके बाद हुए युद्ध का हवाला दिया गया है।
इस संदर्भ में चिली के विदेश मंत्री ने कहा है कि चिली गाजा में संभावित युद्ध अपराधों की जांच का समर्थन करता है और जो भी युद्ध अपराधों में शामिल है, इजरायली या फिलिस्तीनी, उनकी जांच की जानी चाहिए।
Mexico, Chile refer Israel and Hamas to ICC over possible war crimes https://t.co/EUdZfbhqOn
— The Times of Israel (@TimesofIsrael) January 19, 2024
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) ने 2021 में फिलिस्तीन में संभावित युद्ध अपराधों की जांच शुरू की थी। नवंबर में, अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) अभियोजक ने कहा कि जांच का दायरा 7 अक्टूबर के हमले तक बढ़ा दिया गया है।
इस संबंध में दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोलीविया, कोमोरोस और जिबूती ने भी जांच की मांग की है। गाजा पट्टी के प्रशासन ने इजरायली सेना की जारी क्रूर आक्रामकता पर डेटा जारी किया है, जिसके अनुसार, 104 दिनों के दौरान इजरायली सेना ने गाजा में 2,580 फिलिस्तीनियों का नरसंहार किया।
गाजा प्रशासन के मुताबिक, इजरायली हमलों में 31 हजार 620 फिलिस्तीनी शहीद हुए और गायब हो गए, 104 दिनों में 24 हजार 620 शहीदों के शव अस्पतालों में लाए गए हैं।
गाजा प्रशासन ने बताया कि शहीदों में 10 हजार 800 बच्चे और 7 हजार 250 महिलाएं शामिल हैं।
गाजा प्रशासन ने कहा कि इजरायली हमलों में 337 चिकित्सा कर्मी, 45 अग्निशमन कर्मी और 119 पत्रकार शहीद हुए हैं। लापता लोगों की संख्या 7 हजार से ज्यादा है, जिनमें 70 फीसदी बच्चे और महिलाएं हैं। गाजा प्रशासन के मुताबिक घायलों की संख्या 61 हजार 830 है जबकि 11 हजार को विदेश में इलाज की सख्त जरूरत है।