कोलकाता ,11 दिसंबर : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को राज्य की बिगड़ती कानून व्यस्था तथा मानवाधिकार को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला।
धनखड़ ने राजभवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे राज्य के लोगों के लिए काम करना है। मुझे संविधान की रक्षा करनी है। इसके लिए मुझे जहां तक जाना पड़ेगा, वहां तक जाऊंगा।
मैं अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को हल्का नहीं होने दूंगा। यदि मुख्यमंत्री संवैधानिक पथ से भटकेंगी, तो मेरी जिम्मेदारी शुरू होगी।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे.पी. नड्डा पर गुरुवार को हुए हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने गुरुवार सुबह 9.05 बजे राज्य के मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को चेतावनी दी थी। यदि उन्होंने मेरी चिंताओं को गंभीरता से लिया है, तो इस तरह की घटनाएं नहीं घटित होंगी। राज्य में मानवाधिकार नाम की चीज नहीं रह गयी है। जो घटना घटी है वह लोकतंत्र के लिए कलंक है। बार-बार चेतावनी देने के बावजूद स्थिति नहीं बदली है। मैंने मुख्य सचिव तथा महानिदेशक से कहा कि इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है।”
इस घटना को लेकर केंद्र सरकार की ओर से रिपोर्ट मांगे जाने के बारे में उन्होंने कहा, “मैंने केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी है। इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डीजीपी तथा मुख्य सचिव कल कोई जानकारी नहीं लेकर आए थे। मैं शीर्ष नौकरशाहों के कार्यों से स्तब्ध और शर्मिंदा हूं। दुर्भाग्य से कुछ नौकरशाह सरकारी कर्मचारी के बजाय राजनीतिक कार्यकर्ता बन गए हैं। मैंने ऐसे 21 नौकरशाहों के नाम सूचीबद्ध किए हैं। मैं इस गुप्त सूचना की जानकारी मुख्यमंत्री को दूंगा।”
धनखड़ ने बाहरी के मुद्दे को खारिज करते हुए सुश्री ममता को चेतावनी देते हुए कहा, “ आप सभी को बाहरी कह रही है। बाहरी से आपका मतलब क्या है। किसी भारतीयों के बार में यह कहना उचित नहीं है। भारत एक देश है और सभी नागरिक बराबर हैं। इसलिए किसी भी भारतीय को दूसरे भारतीय को बाहरी कहने का हक नहीं है। कृपया आग से मत खेलें। इस बाहरी के खेल को छोड़े। एक जिम्मेदार मुख्यमंत्री इस तरह का बयान कैसे दे सकती हैं। यदि वह इसके लिए माफी मांग लेंगी, तो उनका सम्मान बढ़ेगा। ”
उन्होंने पुलिस की भूमिका पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “राज्य में भ्रष्टाचार व्याप्त है। विपक्ष को विरोध करने की इजाजत नहीं मिल रही है। सभी विपक्षी गतिविधियों को क्रूरता से दबाया जा रहा है। राज्य की पुलिस राजनीतिक पुलिस बन गई है। विपक्ष प्रतिदिन खामोश किया जा रहा है।”
राज्यपाल ने सुश्री ममता पर झूठा होने का आरोप लगाते हुए कहा, “बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट के निवेश के बारे में सवाल हैं। निवेश कहां है, कितने लोगों को रोजगार मिला है? इस सवाल का कोई जवाब नहीं है।
मुख्यमंत्री एक से अधिक बार पत्र भेजने के बाद भी महत्वपूर्ण मुद्दों पर जवाब नहीं देती हैं। सवाल का जवाब न देने के लिए नई चालें तैयार की जा रही हैं। मुख्यमंत्री और कितने झूठ बोलेंगी।”
उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यस्था पूरी तरह से चौपट है। उन्होंने कहा, “राज्य में भाई-भतीजावाद तथा पक्षपात का बोलबाला है। ”