इंदौर से शुरू होकर जाने वाली ट्रेनों में सिर की चंपी (मालिश) और पैरों की मालिश की सुविधा मुहैया कराने के रेल मंत्रालय के फैसले से यात्री काफी खुश तो हैं लेकिन उन्हें चंपी और मालिश का टाइम कम और दरें ज्यादा लग रही हैं.
रेल मंत्रालय ने दो दिन पहले ही इंदौर से चलने वाली 39 गाड़ियों में सिर की चंपी और पैरों की मालिश की योजना को मंजूरी दी है. यह मंजूरी नई इनोवेटिव नॉन-फेयर रेवेन्यू आइडिया स्कीम (एनआईएनएफआरआईएस) पॉलिसी के तहत दी गई है. इस योजना में शामिल गाड़ियों में तीन से पांच मालिश करने वाले उपलब्ध रहेंगे. यात्रियों को मालिश की यह सुविधा आरक्षित और वातानुकूलित डिब्बों में मुहैया कराई जाएगी.
IRCTC: Relax on Indian Railways Head and foot massage services on 39 trains – Indian Railways: Massage service in these 39 trains, see FULL LIST https://t.co/HPmfOrFbiG
— CHANDAN SEN (@CeoNewsTree) June 11, 2019
रेलवे सूत्रों का कहना है कि मालिश सुविधा लेने के एवज में यात्री को 100 रुपये से 300 रुपये तक का भुगतान करना होगा. मालिश की अवधि 15 से 20 मिनट के बीच होगी. यात्रियों को यह सुविधा गाड़ियों में सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक मिलेगी. हर ट्रेन में मालिश के लिए कुछ बर्थो का निर्धारण किया जाएगा, ताकि अन्य यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो.
इसी माह के अंत से शुरू होने वाली चंपी और मालिश की सुविधा से यात्रियों में खुशी है, मगर समय और तय की गई दर पर वे सवाल उठा रहे हैं.
For the first time in the history of Indian Railways, massage services will be made available for passengers on board running trains https://t.co/otC2hxLkiE
— Economic Times (@EconomicTimes) June 8, 2019
भोपाल के निवासी आशीष शर्मा का कहना है कि यह सुविधा बुजुर्गो के लिए काफी लाभदायक होगी, क्योंकि लंबी यात्रा करने पर बुजुर्गो को पैर और सिर में भारीपन की शिकायत होने लगती है. बुजुर्ग लोग चलती गाड़ी में घूम नहीं सकते और गाड़ियां स्टेशन पर ज्यादा देर रुकती नहीं है. ऐसे में चंपी और मालिश की सुविधा उन्हें राहत देगी. लेकिन शर्मा यह भी कहते हैं कि रेल मंत्रालय ने जो दर तय की है, वह ज्यादा है.
इंदौर निवासी शांति देवी कहती हैं कि सरकार की यह पहल यात्रियों के लिए अच्छी मानी जाएगी, इससे यात्रियों को लाभ होगा, मन भी बहलेगा, एक से ज्यादा दिन की यात्रा थकाउ व उबाउ हो जाती है, ऐसे में यह सुविधा राहत देगी. सुविधा तो अच्छी है मगर जो रेट तय किए गए हैं, वह काफी ज्यादा है. रेल मंत्रालय को दर कम करना चाहिए और साथ ही गाड़ियों में अन्य सुविधाओं पर भी ध्यान देना चाहिए, जैसे सुरक्षा, टॉयलेट आदि की साफ -सफाई. वातानुकूलित डिब्बों के प्रवेश द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं तो यात्रियों में सुरक्षा के प्रति भरोसा बढ़ेगा.
Railways to provide foot and head massage services in trains for ₹100https://t.co/f54K2WxnCT
— Mint (@livemint) June 11, 2019
इंदौर के राकेश चंद्र भी कहते हैं कि रेल मंत्रालय ने गाड़ियों के निर्धारण में जल्दबाजी कर दी क्योंकि कई गाड़ियां ऐसी हैं जो रात दस बजे के लगभग इंदौर से रवाना होंगी. मसलन इंदौर से नागपुर जाने वाली गाड़ी का समय रात नौ बजकर 25 मिनट है और मालिश का समय रात 10 बजे तक है. दूसरी ओर दर ज्यादा है और मालिश का समय कम है.
रेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, मालिश के काम में सेवाएं देने वाले ठेकेदार और कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच किए जाने के बाद परिचय पत्र जारी किए जाएंगे.
साभार:dw.com