मेरठ। एतिहासिक मेरठ कालेज ने इतिहास रच दिया है। 1891 में स्थापित मेरठ कालेज में महिला प्राचार्य डा. बेबी मित्तल ने कार्यभार संभाला। ऐसा सवा सौ साल के इतिहास में पहली बार हुआ है।
जब किसी महिला प्राचार्य ने कार्यभार संभाला। भले ही ये अभी कार्यवाहक हों लेकिन अभी तक कोई महिला कार्यवाहक प्राचार्य भी नहीं बनी थी।
इसी तरह 1957 में स्थापित एनएएस कालेज में भी डा.सुमनलता गर्ग ने प्राचार्य का कार्यभार संभाला। यहां भी पहली बार महिला प्राचार्य बनी हैं। देवनागरी कालेज में बीएस यादव को छोड़कर सभी जगह महिला प्राचार्य पदासीन हुई हैं। यह इतिहास है।
उल्लेखनीय है, कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हाल ही में प्राचार्यों की कुर्सी हिली है।
मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध 15 महाविद्यायों पर इसका असर पड़ा है। पूरे उत्तर प्रदेश में 156 डिग्री कालेज में प्राचार्य बदल रहे हैं।