न्यूयॉर्क में किया गया एक नया अध्ययन इस बात का खुलासा करता है कि जब कोई व्यक्ति गुस्से की स्थिति में होता है, तो दिल की बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक हालिया अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि गुस्से के समय रक्त वाहिकाएं अस्वास्थ्यकर तरीके से संकुचित होती है और ऐसे में हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
कोलंबिया विश्वविद्यालय के हृदय रोग विशेषज्ञ और अध्ययन लेखक डॉ. दाइची शिम्बो का कहना है- “यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो हर समय गुस्से में रहते हैं, तो आपकी रक्त वाहिकाओं को लगातार नुकसान हो रहा है।”
“If you’re a person who gets angry all the time, you’re having chronic injuries to your blood vessels,” @ColumbiaMed @GoHealio @JAHA_AHA #Cardiotwitter
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— Cardiology Today (@CardiologyToday) May 2, 2024
अपने अध्ययन में डॉ. दाइची और उनकी टीम ने रक्त वाहिका गतिविधि की जांच की, जबकि प्रतिभागी गुस्से की स्थिति में थे। क्रोध की स्थिति की तुलना चिंता, उदासी और सामान्य भावना की स्थिति से की गई।
इस अध्ययन के लिए, शिम्बो और उनके सहयोगियों ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी इरविंग मेडिकल सेंटर के आसपास के समुदाय से 280 स्पष्ट रूप से स्वस्थ वयस्कों को भर्ती किया।
अध्ययन के परिणाम अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित किए गए थे। शोधकर्ताओं ने पाया कि क्रोध से रक्त वाहिकाएं कमजोर हो जाती हैं। गुस्सा ख़त्म होने के बाद भी इसका असर अगले 40 मिनट तक बरक़रार रहता है।