देश में आम चुनाव से कुछ हफ्ते पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया है और राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
गौरतलब है कि तीन सदस्यों वाले इस संगठन में अब केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार रह गए गए हैं। पिछले माह चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे रिटायर हुए हैं। देश आम चुनाव अप्रैल और मई में होंगे, चुनाव की तारीखों का ऐलान अगले हफ्ते होने की संभावना है।
पंजाब काडर के पूर्व आईएएस अधिकारी अरुण गोयल का कार्यकाल ख़त्म होने में अभी तीन साल बाक़ी थे। उनका इस्तीफ़ा ऐसे समय हुआ है जब देश में लोकसभा चुनाव बिलकुल करीब हैं।
चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने दिया इस्तीफ़ा, राष्ट्रपति ने स्वीकार किया
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— BBC News Hindi (@BBCHindi) March 9, 2024
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ अरुण गोयल की नियुक्ति भी हैरान करने वाली थी। अपने 37 वर्ष के कार्यकाल में बतौर आईएएस अधिकारी अरुण गोयल 31 दिसंबर 2022 को रिटायर होने वाले थे। रिटायरमेंट से एक महीना पहले ही 18 नवंबर 2022 को उन्होंने वॉलंटरी रिटायरमेन्ट ले लिया। अगले ही दिन 19 नवंबर को राष्ट्रपति ने उन्हें चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त कर दिया। दो दिन बाद यानी 21 नवंबर को उन्होंने कार्यभार संभाल लिया।
चुनाव आयुक्त का पद 15 मई 2022 से रिक्त पड़ा था। नवंबर 2022 में अरुण गोयल की चुनाव आयुक्त के रूप में होने वाली नियुक्ति इतनी अचानक हुई थी कि उस समय इस नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी गई थी।
चुनाव सम्बन्धी पारदर्शिता के लिए काम करने वाली संस्था असोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक राइस्ट ने इस नियुक्ति को एकतरफा करार देते हुए इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। इस मामले में संस्था का कहना था कि अरुण गोयल को इस नियुक्ति के बारे में पहले से जानकारी रही होगी, इसलिए उन्होंने चुनाव आयुक्त के नियुक्ति से ठीक पहले वॉलंटरी रिटायरमेन्ट ले लिया। हालाँकि बाद में ये याचिका कोर्ट द्वारा खारिज कर दी गई थी।