ओस्लो: वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में प्लास्टिक उत्पादों में 16,000 से अधिक रसायनों की एक सूची तैयार की है, जिसमें 4,000 से अधिक रसायन मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक पाए गए।
प्लास्टिक केम नामक एक समीक्षा रिपोर्ट में, शोधकर्ताओं ने प्लास्टिक में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की पहचान की, जिनका पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है।
प्लास्टिक में उपयोग किए जाने वाले फ़ेथलेट्स जैसे रसायन, प्रजनन प्रणाली को प्रभावित करने के साथ अस्थमा जैसी समस्या का कारण बनते हैं।
समीक्षा रिपोर्ट में पाया गया कि प्लास्टिक रसायनों की संख्या वास्तव में ज्ञात से अधिक थी, और इनमें से 4,200 यानी तक़रीबन 26 प्रतिशत यौगिक लगातार, बायोडिग्रेडेबल और मोबाइल पाए गए। ये कम्पाउंड अपनी विषाक्त प्रकृति के कारण चिंता का विषय हैं।
नॉर्वेजियन जियोटेक्निकल इंस्टीट्यूट (एनजीआई) द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट की सह-लेखक मैरी लुसेथ ने कहा कि रिपोर्ट प्लास्टिक और प्लास्टिक रसायनों को नियंत्रित करने की नीति के लिए आधार प्रदान करेगी।
Year-long effort compiles comprehensive database of chemicals in plastics https://t.co/CgznZbSb5T
— nature (@Nature) March 15, 2024
शोधकर्ताओं ने कहा कि रिपोर्ट में 400 से अधिक ऐसे रसायनों की भी पहचान की गई है जो आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक में उपयोग किए जाते हैं और ये सभी प्लास्टिक पर्यावरण में खतरनाक रसायनों के रिसाव का कारण बनते हैं।
गौरतलब है कि पिछले शोध से पता चला है कि प्लास्टिक में उपयोग किए जाने वाले फ़ेथलेट्स जैसे रसायन प्रजनन प्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं और बचपन में इन रसायनों के संपर्क में आने से अस्थमा की समस्या हो सकती है।