लखनऊ, केशव मौर्य ने कहा, राम मंदिर अदालती फैसले या समझौते से ही बनेगा. मौर्य ने अपनी सरकार की प्राथमिकताएं गिनवाईं और दावा किया कि योगी सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है. इस दौरान उन्होंने गोरक्षा, बूचड़खानों, एंटी रोमियो दल और राम मंदिर समेत तमाम मसलों पर सरकार की राय साफ की.
मौर्य ने कहा कि यूपी में राम मंदिर बनेगा लेकिन इसके लिए या तो सुप्रीम कोर्ट का फैसला या फिर संबद्ध पक्षों में आपसी समझौता ही रास्ता है. उनके मुताबिक ये मसला बहुमत का नहीं बल्कि कोर्ट का है. मौर्य का दावा था कि सरकार ने इस मामले में समझौते के लिए मौके उपलब्ध करवाए हैं.
मौर्य ने माना कि गोवंश की हत्या जायज नहीं है. लेकिन साथ ही ये भी कहा कि इस नाम पर किसी को कानून तोड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने इस मामले में गोवध निवारण अधिनियम को सख्ती से लागू नहीं करवाया. मौर्य ने कहा कि हिंदू युवा वाहिनी समेत किसी भी संगठन को कानून तोड़ने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने साफ किया कि अवैध बूचड़खानों को बंद करवाकर योगी सरकार ने अपना चुनावी वादा निभाया है.
डिप्टी-सीम का कहना था कि एंटी-रोमियो दल के नाम पर किसी भी तरह की ज्यादती रोकना उनकी सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने माना कि इस अभियान के तहत यूपी पुलिस से कुछ गलतियां हुई हैं. लेकिन अभियान के चलते प्रदेश की महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रही हैं. मौर्य का दावा था कि योगी सरकार कम से कम 25 साल शासन करेगी और तब तक ये अभियान ठंडा नहीं पड़ेगा.