भोपाल। मध्यप्रदेश में एलईडी बल्ब वितरण में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गयी है। “उजाला योजना” के अंतर्गत मप्र ऊर्जा विकास निगम ने मप्र में 35 लाख नकली एलईडी बल्ब बांट दिए। मामला संज्ञान में आने पर विभाग जांच की बात कह रहा है। साथ ही साथ निगम का कहना है कि जो एलईडी बल्ब खराब हो गए हैं, उन्हें मुफ्त में बदला जायेगा।
इंदौर पुलिस ने एलईडी बनाने वाली नकली कंपनी का खुलासा किया । यह फर्जी कंपनी उजाला योजना के तहत फर्जी एलईडी बेच रही थी। इन एलईडी बल्ब की पैकिंग पूरी तरह असली पैकिंग से मिलती जुलती है। मप्र ऊर्जा विकास निगम के प्रबंध संचालक मनु श्रीवास्तव के अनुसार मध्य प्रदेश में अभी तक अधिकृत डिस्ट्रीब्यूटर, पोस्ट आफिस, बिजली कंपनियां और अक्षय ऊर्जा शॉप द्वारा 35 लाख एलईडी बेची गई। यह नकली एलईडी मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम के नाम से बिकी। इसीलिये विभाग ने फैसला किया है कि जिनकी एलईडी खराब हुयी हैं उन्हें दोबारा निःशुल्क एलईडी दी। अफसरों का कहना है कि इससे विभाग की प्रतिष्ठा जुड़ी है। विभाग ने अब लोगों से एलईडी बल्ब खरीदते समय सावधानी बरतने की अपील की है।