गाजा पर इजरायली हमलों को छह महीने हो चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने गाजा में बच्चों की मौत को पूरी मानवता पर एक धब्बा बताया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडनोम घेब्रेयसस का कहना है कि गाजा के बच्चों के ज़ख्म और उनकी मौतें मानवता पर एक दाग बनी रहेंगी। आगे उनका कहना था कि वर्तमान और भावी पीढ़ियों पर ये हमले बंद होने चाहिए।
इजरायली हमलों में अब तक 33 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं। इन शहीद फ़िलिस्तीनियों में 13,000 से अधिक बच्चे हैं।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स इस बात का भी खुलासा करती हैं कि गाजा में नवजात मृत्यु दर तेजी से बढ़ रही है क्योंकि इजरायल ने घेरेबंदी वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को तबाह कर दिया है।
It has been 6 months since the brutal attacks in #Israel by Hamas and other groups, in which 1,200 people were killed, many more injured and hundreds abducted. @WHO once again condemns this barbaric act of violence and demands the release of remaining hostages.
However, this… pic.twitter.com/4esDoUEt2F
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) April 7, 2024
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने अपने बयान में यह भी कहा कि बुनियादी जरूरतों, भोजन, ईंधन और स्वास्थ्य देखभाल से सम्बंधित प्रतिबंध अमानवीय और असहनीय है।
ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म को अंजाम देने के बाद इजरायल ने 7 अक्टूबर को गाजा पर नरसंहार युद्ध शुरू किया था। अरब मीडिया के मुताबिक़ गाजा पर इजरायली हमलों में अब तक 33 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं। इन शहीद फ़िलिस्तीनियों में 13,000 से अधिक बच्चे हैं। लगभग 75,800 लोग ज़ख़्मी हैं। शासन द्वारा क्षेत्र पर पूर्ण घेराबंदी किए जाने से वहां रहने वाले दो मिलियन से अधिक फिलिस्तीनियों को ईंधन, बिजली, भोजन और पानी नहीं मिल पा रहा है।