अमरीका के छह वरिष्ठ सेनेटर्ज़ ने अपनी पार्टी के दृष्टिकोण के विपरीत सऊदी क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान को विरोधी पत्रकार जमाल ख़ाशुक़्जी की हत्या का ज़िम्मेदार क़रार देने के लिए एक कठोर प्रस्ताव पेश कर दिया।
अलजज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार इस प्रस्ताव में कहा गया है कि सीनेट को इस बात का पक्का विश्वास है कि इस हत्या में मुहम्मद बिन सलमान शामिल थे।
ज्ञात रहे कि यदि यह प्रस्ताव सीनेट में पास हो जाता है तो जमाल ख़ाशुक़्जी की हत्या के लिए आधिकारिक रूप से मुहम्मद बिन सलमान की निंदा की जाएगी।
इस हवाले से रिपब्लिकन सेनेटर और अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के निकटवर्ती घटक लिंडसे ग्राहम ने एक बयान में कहा कि अमरीकी सेनेटर्ज़ की ओर से पेश किए गये इस अस्पष्ट प्रस्ताव में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सऊदी क्राउन प्रिंस जमाल ख़ाशुक़्जी की हत्या के पीछे थे और उन्होंने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को विभिन्न अवसरों पर ख़तरे में डाला।
अमरीकी सेनेटर्ज़ की ओर से यह कार्यवाही इस्तांबोल के चीफ़ प्रासिक्यूटर की ओर से जमाल ख़ाशुक़्जी की हत्या की योजना के आरोप में मुहम्मद बिन सलमान के निकटवर्ती साथी और सऊदी अरब की गुप्तचर संस्था के उप प्रमुख की गिरफ़्तारी वारेंट फ़ाइल करने के बाद सामने आया।
ज्ञात रहे कि मेजर जनरल असीरी सऊदी अरब के गुप्तचर विभाग के उपनिदेशक और क़हतानी शाही दरबार के मीडिया विभाग के प्रमुख थे। ये दोनों उन 5 बड़े सऊदी अधिकारियों में शामिल थे जिन्हें इस हत्या मामले में पिछले महीने पद से हटा दिया गया।
उल्लेखनीय है कि सऊदी अधिकारियों ने सरकारी तौर पर स्वीकार कर लिया है कि 2 अक्तूबर से लापता पत्रकार जमाल ख़ाशुकजी की मौत हो गई है। रियाज़ सरकार ने अपने बयान में दावा किया है कि इस्तांबूल में काउंसलेट की इमारत के भीतर एक दर्जन से अधिक सऊदी अधिकारियों से जमाल ख़ाशुक़जी की लड़ाई हो गई जिसके दौरान ख़ाशुक़जी की मौत हो गई। ख़ाशुक़जी और अधिकारियों के बीच बातचीत के दौरान हाथापायी शुरू हो गई और ख़ाशुक़जी की मौत हो गई।)