लखनऊ।एक बेटी जो रात के समय इत्मीनान से सफर कर रही थी की उसके माता-पिता उसके साथ है उसके साथ कुछ गलत नहीं हो सकता? मगर उसका यह वहम पुलिस अनदेखी के कारण टूट गया। पिता के सामने बेटी और मां बलात्कार हुआ। एक बेटी जो बाढ़ आने के कारण घर से बेघर हो गई, पनाह मिला तो उसको यौन शोषण भी झेलना पड़ा। बनारस की इस बेटी के दर्द से शिव नगरी वाराणसी शर्मशार हो गया। यह कुछ वारदात हैं महिलाओं के साथ होने वाले यौन हिंसा की लेकिन उत्तर प्रदेश में रोजाना हर घंटे तीन ऐसे मामले सामने आते हैं।
उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ यौन हिंसा की घटना बढ़ती जा रही ही। एनसीआरबी के रेकॉर्ड देखें तो इस बात का खुलासा हो जाता है की उत्तर प्रदेश महिलाओं के लिए कितना सुरक्षित है? उत्तर प्रदेश में महिलाओं की इज्जत को लेकर पिछले दिनों बीजेपी और बसपा ने खूब प्रदर्शन किया और काफी चिल्लाया। मगर हकीकत यह है की यूपी में किसी महिला के साथ रेप होता है तो अखिलेश सरकार उस महिला के परिवार को मुआवजे की पेशकश करती है।
महिला संगठनों का कहना है की इससे शर्मनाक घटना कुछ और नहीं हो सकती। जहां महिलाओं को न्याय ना मिले, सुरक्षा ना मिले वहां मुआवजा देकर उनका मुंह बन्द किया जाता है।