चंद्रयान-3 मिशन पर देश सहित पूरी दुनिया भारत को बधाई दे रही है। इस मिशन पर कांग्रेस ने कामयाबी का सेहरा इसरो और पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू के सर सजाया है।
राहुल गांधी ने भी ट्वीट के माध्यम से इसरो की टीम को बधाई दी है। अपने सन्देश में उन्होंने कहा- “आज हम में से करोड़ों लोग गर्व से आकाश की ओर देख रहे हैं। चंद्रयान-3 दशकों से हो रही वैज्ञानिकों की मेहनत का नतीजा है। वर्ष 1962 में इंडियन स्पेस प्रोग्राम लॉन्च किया गया था, जिसके बाद 1969 में इसरो लॉन्च हुआ। इस मिशन की सफलता हमें चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यान उतारने वाला चौथा देश बना देगी। सचमुच एक बड़ी उपलब्धि है। इसरो की पूरी टीम को बधाई।”
Today, more than a billion of us look to the sky, beaming with pride. 🇮🇳
Chandrayaan 3 is the fruit of decades of labour by the scientific community since the launch of India’s space programme in 1962, followed by the creation of ISRO in 1969.
The success of this mission will…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 14, 2023
चंद्रयान-3 मिशन की कामयाबी में कांग्रेस पूर्व प्रधानमंत्रियों के नाम सामने ला रही है। कांग्रेस महासचिव संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा- “पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसरो का सपना देखा था जिसे इंदिरा गांधी ने पूरा किया। राजीव गांधी और डॉ मनमोहन सिंह ने इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। ये सभी के लिए बहुत गर्व का पल है। जब हम चंद्रमा पर विजय प्राप्त करने के लिए चंद्रयान-3 को उड़ान भरते हुए देख रहे हैं।”
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि ये लूनर मिशन 2008 में शुरू हुआ था जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के रुप में सत्ता में थे। उन्होंने इसे पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, पीवी नरसिम्हा राव, राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ. मनमोहन सिंह समेत हमारे सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की दूरदर्शिता, दृढ़ संकल्प और उपलब्धि का प्रमाण बताया।
कांग्रेस प्रमुख आगे कहते हैं कि यह डॉ विक्रम साराभाई, डॉ सतीश धवन और अनगिनत दूरदर्शी वैज्ञानिकों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है जिन्होंने सामाजिक विकास और वैज्ञानिक सोच स्थापित करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
चंद्रयान 3 (#Chandrayan3) के सफल प्रक्षेपण के बाद कांग्रेस (#Congress) और भाजपा (#BJP) में श्रेय लेने की होड़ भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल (#KCVenugopal) ने 'इसरो' (#ISRO) की स्थापना को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (#JawaharlalNehru) का… pic.twitter.com/JUWiNx5yiZ
— IANS Hindi (@IANSKhabar) July 15, 2023
कांग्रेस के इस बयान के जवाब में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इसरो की स्थापना की तारीख याद दिलाते हुए कहा कि इसरो की स्थापना अगस्त 1969 में हुई थी, जबकि जवाहर लाल नेहरू की मृत्यु मई 1964 में हो गई थी।