बीजिंग। चीन की नवगठित रॉकेट फोर्स ने पिछले वर्ष सौ बैलिस्टिक मिसाइल लांच की, जबकि सेना ने दर्जनों अभ्यास किए। यह जानकारी सरकारी मीडिया ने दी है। सरकारी अखबार चाइना डेली ने खबर दी है कि 23 लाख सैनिकों वाली दुनिया की सबसे बड़ी सेना पीएलए की हर लड़ाकू शाखा- सेना, नौसेना, वायुसेना और रॉकेट फोर्स ने पुष्टि की है कि चीन के राष्ट्रपति ची शिनफिंग द्वारा पिछले वर्ष शुरू किए गए सेना सुधार पहल के तहत प्रशिक्षण कौशल और अभ्यास में तेजी लाई गई है।
अखबार ने एक बड़े लेख में बताया है कि किस तरह चीन की सेना खुद को बदल रही है। खबर में कहा गया है, ‘‘सेना ने सौ से ज्यादा अभ्यास में शामिल होने के लिए 15 ब्रिगेड भेजे, वायुसेना ने पश्चिमी प्रशांत महासागर और दक्षिण चीन सागर में कम से कम छह बड़े अभ्यास किए, रॉकेट फोर्स ने 20 से ज्यादा बड़े अभ्यास किए और करीब 100 बैलिस्टिक मिसाइल लांच किया।
इसने कहा कि नौसेना ने तीन बड़े अभ्यास किए जिसमें इसके तीन फ्लीट के सैनिकों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इसके अलावा इसके पहले विमानवाहक पोत लियानिंग ने पहला युद्धाभ्यास किया। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘वायुसेना को वाई-20 सामरिक परिवहन विमान मिलने शुरू हो गए हैं, जे-20 लड़ाकू विमान का उत्पादन शुरू हो गया है।
वायुसेना के लिए अगली पीढ़ी के विमानवर्षक जहाज विकसित किए गए हैं और जल्द ही इसका प्रदर्शन किया जाएगा। चीन जहां नयी पीढ़ी के लड़ाकू विमान का विकास कर रहा है फिर भी यह इंजन के लिए रूस पर आश्रित है जो बड़ा प्रौद्योगिकी साझीदार है।