ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया है। बोरिस जॉनसन ने पार्टीगेट मामले पर संसदीय समिति की रिपोर्ट आने के बाद संसद की सदस्यता से इस्तीफा दिया है।
कोरोना महामारी के दौरान सरकारी आवास में पार्टी विवाद का नतीजा निकल आया है। मार्च में संसद के समक्ष साक्ष्य में, बोरिस जॉनसन ने संसद को गुमराह करने की बात स्वीकार की।
ब्रिटिश मीडिया का कहना है कि बोरिस जॉनसन ने पार्टीगेट रिपोर्ट मिलने के बाद इस्तीफा देने का फैसला किया, जिसे प्रिविलेज कमेटी ने तैयार किया था।
ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
बोरिस जॉनसन ने पार्टीगेट मामले पर संसदीय समिति की रिपोर्ट आने के बाद संसद की सदस्यता से इस्तीफा दिया है। pic.twitter.com/15rMdjOPP3
— INC TV (@INC_Television) June 10, 2023
बोरिस जॉनसन ने इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कमेटी यह साबित नहीं कर पाई कि मैंने जानबूझकर संसद को गुमराह किया।
एक संसदीय समिति ने हाल ही में कहा था कि लॉकडाउन के दौरान डाउनिंग स्ट्रीट में पार्टियों का आयोजन किया जा रहा था। जो कि साफतौर पर लॉकडाउन का उल्लघंन था। लेकिन जॉनसन ने इस मामले में संसद को गुमराह किया था, वह हाउस आफ कामंस (संसद) को कहते रहे कि लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है।
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी समिति की तुलना कंगारू कोर्ट से की और आरोप लगाया कि उन्हें राजनीति से बाहर करने की साजिश की जा रही है।
बोरिस जॉनसन ने अपनी ही कंजर्वेटिव पार्टी के प्रधानमंत्री ऋषि सोनक की भी आलोचना करते हुए कहा कि वह फिलहाल संसद छोड़ रहे हैं और उन्हें इसका पछतावा है।