छात्रों के ज़बरदस्त विरोध के बाद उत्तर प्रदेश सरकार को यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द करनी पड़ी। इस मामले से जुड़ी सबसे ख़ास कड़ी का भी खुलासा हो गया है। तफ्तीश से पता चला है कि पेपर प्रिटिंग प्रेस से लीक किया गया है। एसटीएफ मामले में अब अपनी आगे की पड़ताल जारी रखेगी।
प्रदेश सरकार ने यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा कैंसिल करने के साथ इसे अगले छह महीने में पुनः आयोजित किये जाने का आश्वासन दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ ये पर्चा 18 फरवरी को लीक होने के बाद वायरल गया था।
मामले की तफ्तीश के बाद प्रदेश पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि यह पेपर प्रिटिंग प्रेस से लीक हुआ है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार परीक्षा को लेकर किसी जिले से कोई गड़बड़ी होने के सुराग़ नहीं मिले हैं।
.@Uppolice आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 06 माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं।
परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं…
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) February 24, 2024
ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि पेपर लीक की साज़िश प्रश्न पत्रों की छपाई करने वाली प्रिंटिंग प्रेस में की गई थी। प्रेस में मौजूद कर्मचारियों ने यह काम किया है, और बाद में कुछ कोचिंग संस्थानों से लाखों रुपये की रक़म के बदले सौदा कर लिया है। एसटीएफ मामले में अब अपनी आगे की पड़ताल जारी रखेगी।
पुलिस भर्ती बोर्ड का कहना है कि परीक्षा में सम्मिलित अभ्यर्थियों को आगामी छह माह के भीतर दोबारा परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा। भर्ती बोर्ड की वेबसाइट पर परीक्षा से सम्बंधित सूचना जल्द ही जारी की जाएंगी।
बताते चलें कि यूपी पुलिस परीक्षा के लिए 48 लाख 17 हज़ार 442 एडमिट कार्ड जारी किए थे। परीक्षा में 43 लाख 13 हज़ार 611 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे।