लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि हिन्दू होने पर गर्व की अनुभूति होना कोई बुरी बात नहीं है। योगी ने कहा कि बीजेपी जो अंदर है, वहीं बाहर है और वह ‘पाखंड‘ नहीं कर सकती। विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के जवाब में योगी ने कहा कि मुझसे एक पत्रकार ने पूछा था कि आपने दीपोत्सव अयोध्या में मनाया, होली मथुरा में मनाई … ईद कहां मनाएंगे।
मैंने कहा कि मैं ईद नहीं मना पाऊंगा। मैं अपनी संस्कृति और परंपरा के अनुरूप ईद नहीं मनाता। लेकिन शांतिपूर्वक कोई ईद मनाएगा तो सरकार सहयोग करेगी और सुरक्षा देगी। उन्होंने सपा-बसपा सहित विपक्षी दलों पर आक्रामक तेवर अपनाते हुए कहा कि अवसरवादी बनकर घर में बैठकर जनेऊ लगाएंगे और बाहर जाएंगे तो टोपी लगाएंगे।
ये कौन सा पाखंड है। ये पाखंड भाजपा नहीं कर सकती। जो अंदर है वहीं बाहर है। योगी ने कहा कि हिन्दू होने पर गर्व की अनुभूति होना कोई बुरी बात नहीं है। हमें भारत की परंपरा और विरासत पर गौरव की अनुभूति है। तीर्थाटन के साथ-साथ पर्यटन को बढावा देने के लिए भी हमने इसका उपयोग किया है। उन्होंने कह कि हमारे पास धार्मिक पर्यटन की प्रचुर संभावनाएं हैं।
काशी हमारे पास है। अयोध्या पर कौन गौरव की अनुभूति नहीं कर सकता। सपा-बसपा की सरकारें अयोध्या को बिजली नहीं देते थे। काशी में काम नहीं करने देते थे। मथुरा में विकास योजनाओं को अवरूद्ध कर दिया था। अयोध्या में रामलला की परंपरा, चित्रकूट में कीर्तन की परंपरा बंद करा दी थी। योगी ने कहा कि देश में तीर्थाटन एवं पर्यटन की ढेरों संभावनाएं उत्तर प्रदेश में हैं।
पर्यटन और तीर्थाटन की जितनी संभावना उत्तर प्रदेश में है, इसमें दस गुना वृद्धि की जा सकती है। ‘इको टूरिज्म, हैरिटेज टूरिज्म‘ में भी उत्तर प्रदेश समृद्ध है। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा ने राज्य की संस्थाओं को .. चाहे परपंरागत उत्पाद हों, हस्तशिल्प हो या पर्यटन की संभावना हो, उनकी भ्रूणहत्या करने का प्रयास किया है।
उत्तर प्रदेश को बदनाम किया है लेकिन पिछले 11 महीने में अवधारणा बदली है। योगी ने कहा कि तिरंगे की आन बान शान के लिए देश का नागरिक अपने आपको समर्पित करता है लेकिन कासगंज में जो हुआ, एक निर्दोष चंदन गुप्ता की निर्मम हत्या हुई इसलिए सरकार ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटेगी।
किसी ऐसे शख्स को बख्शेंगे नहीं, जो तिरंगा यात्रा पर जबरन रोक लगाने का काम करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार नया पाठयक्रम देने जा रही है। इसमें संत रविदास, वाल्मीकि, अंबेडकर, सुहेलदेव, झलकारी बाई, स्वाधीनता के लिए लडने वालों को समाहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने स्कूल-कॉलेजों की छुट्टियां समाप्त कर महापुरूषों को पाठयक्रम का हिस्सा बनाया है ताकि विद्यार्थी उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा पा सकें।