नई दिल्ली। एक्सिस बैंक के दो मैनेजरों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर 40 करोड़ के कालेधन को सफेद करने का आरोप है। गिरफ्तारी की कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय(र्इडी) ने मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत की है। जानकारी के अनुसार आरोपियों ने रिश्वत के रूप में सोना मांगा था। दोनों ने 40 करोड़ रुपये 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों में लिए और फिर इसे नए नोटों में बदल दिया। बताया जाता है कि ईडी ने सोना भी बरामद कर लिया है। bank manager arrest
आरोपियों ने 40 करोड़ की रकम ज्वैलर्स के खातों में डाली थी। दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी के अधिकारियों के अनुसार मामले में अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। उनके अनुसार आरोपियों को रकम देने वाले कुछ ज्वैलर्स ने नोटबंदी के एलान के बाद ऊंचे दामों पर सोना बेचा था। इसके बदले में उन्होंने 500 और 1000 रुपये के नोट ले लिए। बाद में इन्हीं नोटों को बदलवाने के लिए मैनेजर्स ने संपर्क किया गया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की रात को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने का एलान किया था।
इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र के 27 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया था। वहीं छह का ट्रांसफर किया गया था। इन सभी बैंक अधिकारियों पर बैंकिंग ट्रांजेक्शन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप हैं। वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि यह पाया गया है कि बैंक के अधिकारी बैंकिंग प्रक्रियाओं में ट्रांजेक्शन के लिए आरबीआई की तरफ से जारी किए गए नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। मंत्रालय ने बयान में कहा है कि किसी भी व्यक्ति की तरफ से की जाने वाली अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पिछले दिनों ही बेंगलुरू से 5.7 करोड़ रुपए के नए नोटों की नकदी बरामद हुई थी। इन नोटों को आयकर विभाग के अधिकारियों ने दो कारोबारियों के पास से बरामद किया था। बताया जाता है कि बैंककर्मियों की मिलीभगत से ही कारोबारियों ने नए नोटों की इतनी बड़ी रकम जमा कर ली।