नई दिल्ली: 2जी घोटाले पर अदालत का गुरुवार (21 दिसंबर) को फैसला आने के बाद संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा, कि ‘जिसके आधार पर हम सत्ता पक्ष से विपक्ष में आए, दरअसल वो घोटाला ही नहीं हुआ। सरकार बताए कि 1 लाख 76 हजार करोड़ रुपए कहां गए।’
आजाद ने कहा, कि ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने 2014 लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान इसका जमकर प्रचार किया था। अब वो इस मामले में जवाब दें। भ्रामक प्रचार के कारण ही देश में कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना और पार्टी सत्ता से बाहर हो गई।’ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी फैसले के बाद कहा, कि ‘बीजेपी और पीएम मोदी ने इस मुद्दे को लेकर गलत माहौल बनाया और अब उन्हें इस मुद्दे पर बात करनी बंद करनी चाहिए। ज़ोरदार हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।’
संसद में चल रहे गतिरोध पर केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का कहना है, कि ‘कांग्रेस पार्टी हार चुकी है, निराशा में है। इसलिए संसद में गतिरोध पैदा कर रहे हैं। इससे कोई फायदा होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा, कि कांग्रेस काम में रुकावट पैदा कर रही है। मैं एक बार फिर आग्रह करता हूं कि दोनों सदनों में चर्चा और काम में शामिल हों।’
गुरुवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेसी सांसदों ने राज्यसभा में मनमोहन सिंह मामले और 2जी पर आए फैसले पर हंगामा करना शुरू कर दिया। जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं, लोकसभा में भी 2जी घोटाले पर आए फैसले को लेकर कांग्रेसी सांसदों ने हंगामा किया। इससे पहले बीजेपी के सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने राज्यसभा के नियम 267 के तहत नोटिस देते हुए कहा, कि ‘आज अगर कांग्रेस के नेता फिर संसद में हंगामा करते हैं, तो पार्टी के उन वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बहस होनी चाहिए जिन्होंने प्रधामनंत्री के खिलाफ अपमानजनक भाषा का उपयोग किया है।’
बता दें, कि कांग्रेस पार्टी के सांसद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर दिए गए बयान को लेकर मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी के माफी मांगने पर अड़ी हुई है। 2जी पर आए कोर्ट के फैसले पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि इस बारे में मेरी सरकार के खिलाफ माहौल बनाया गया।