केंद्र सरकार ने ‘आयुष्मान भारत’ योजना में 70 साल से ऊपर के नागरिकों को शामिल करने का फ़ैसला किया है। इस योजना के तहत करीब साढ़े चार करोड़ परिवारों को लाभ मिलेगा जिसमे 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों के लाभान्वित होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा- “हम प्रत्येक भारतीय के लिए किफ़ायती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत 2018 में हुई थी। केंद्र की इस योजना के तहत इलाज के लिए प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये का कवर दिया जाता है।
इस योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को अलग से कार्ड जारी किए जाएंगे। योजना का लाभ 70 साल से अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिक ले सकते है, भले ही उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कुछ भी हो।
केंद्र सरकार ने इस योजना को विस्तार देकर इसमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी अलग से पांच लाख रुपये का कवर देने का एलान किया है।
परिवार के वह वरिष्ठ नागरिक जो पहले से ही आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आते हैं, उन्हें अब स्वयं के लिए अलग से 5 लाख रुपये का टॉप-अप कवर मिलेगा। यह लोग परिवार के 70 साल से कम उम्र के अन्य सदस्यों के साथ इसे शेयर नहीं कर सकेंगे।
आयुष्मान भारत योजना के तहत ऐसे परिवार जो इस योजना के तहत नहीं है, उन परिवारों के 70 साल से अधिक के बुजुर्गों को भी इसका लाभ मिल सकेगा।
70 साल या उससे ऊपर के वरिष्ठ नागरिक जो पहले से ही केंद्र सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं या अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, वे अपनी मौजूदा योजना में बने रह सकते हैं या एबी पीएम-जेएवाई का विकल्प चुन सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर जो नागरिक केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं सीजीएचएस, ईसीएचएस, सीएपीएफ जैसी अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं, उनके पास इन दोनों में से किसी एक को चुनने का विकल्प है।
गौरतलब है कि इस बार के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि उनकी सरकार आने पर आयुष्मान भारत योजना के दायरे का विस्तार किया जाएगा और इसमें सभी वरिष्ठ नागरिकों को शामिल किया जाएगा।
वहीँ सरकार की इस पहल पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि सीएजी की ताज़ा रिपोर्ट में इस योजना के संबंध में जो लिखा है, उसपर भी सरकार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।