गुवाहाटी। असम में बाढ़ ने कई इलाक़ों को अपनी चपेट में ले लिया है। मानसून के बाद लगातार हो रही बारिश से असम में बाढ़ के हालात बने। प्रदेश के चार जिलों में बाढ़ के कारण 80 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। लगभग 50 हजार हेक्टेयर फसल पानी में डूबी हुयी है। सैकड़ों लोगों के बेघर होने की भी खबर है। ज्यादातर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार अकेले लखीमपुर, धेमाजी, नौगांव तथा जोरहाट जिलों में 80 हजार से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इन जिलों में 4100 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर लगी फसल क्षतिग्रस्त हो गयी है।
लगातार बारिश के बाद ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट के नेमतीघाट, सोनितपुर जिले के तेजपुर, गोलाघाट में नुमालीगढ़ और धनश्री तथा सोनितपुर में एनटी रोड क्रासिंग पर जिया भराली में खतरे के निशान से उपर बह रही है। जोरहाट में छह अस्थायी पुल बह गये हैं। सरकार और स्वयं सेवी संगठन लगातार बाढ़ पीड़ितों की मदद में जुटे हैं। सरकारी राहत बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचायी जा रही है। राहत सामग्री में खाने की चीज़े, दवायें और कपड़े शामिल हैं।