भारत के किसी गेंदबाज ने करीब 24 साल बाद फर्स्ट क्लास मैच खेलते हुए सभी दस विकेट लेकर इतिहास रच दिया है। हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने रणजी ट्रॉफी में पहली पारी में खेलते हुए सभी दस बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया।
केरल के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में तेज गेंदबाज अंशुल ने 30.1 ओवर की गेंदबाजी की। इस दौरान अंशुल ने 49 रन देकर पूरी टीम को आउट कर दिया।
आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेल चुके अंशुल कंबोज 23 वर्ष के हैं। अंशुल फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दस विकेट लेने वाले भारत के छठे गेंदबाज हैं।
अंशुल से पहले भारतीय गेंदबाज़ अनिल कुंबले ने यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। अनिल कुंबले टेस्ट मैच की पारी में दस विकेट लेने वाले भारत के एकमात्र गेंदबाज हैं। अनिल कुंबले ने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली में खेले गए टेस्ट में 74 रन देकर दसों बल्लेबाजों को आउट किया था। अनिल कुंबले के अलावा दुनिया में दो और गेंदबाज यह रिकॉर्ड हासिल कर सके हैं।
दस विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज़ सुभाष गुप्ते हैं। इन्होंने 1954 में मुंबई के लिए पाकिस्तान सर्विसेज और बहावलपुर क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ 78 रन देकर 10 विकेट लिए थे।
सबसे कम गेंदों में दस विकेट हासिल करने का सबसे शानदार रिकॉर्ड प्रेमंग्सू चटर्जी के नाम है। बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले इस खिलाड़ी ने रणजी ट्रॉफी 1956-57 में यह रिकॉर्ड बनाया था। जोरहाट में असम के विरुद्ध खेलते हुए उन्होंने 19 ओवर में 20 रन देकर दस विकेट लिए थे।
फ़ास्ट बॉलर प्रदीप सुंदरम ने रणजी ट्रॉफी में ही विदर्भ के खिलाफ पारी के सभी दस विकेट 78 रन देकर लिए थे। सुंदरम राजस्थान की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलते थे। उनका यह रिकॉर्ड 1985-86 के सीजन का है जो जोधपुर में खेला गया था।
पिछले दिनों ओमान में संपन्न एसीसी इमर्जिंग एशिया कप टूर्नामेंट में भारत ए टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले अंशुल कम्बोज ने को आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस ने चुना था।
अंशुल ने ने 2023-24 में विजय हजारे ट्रॉफी जीतने में हरियाणा के लिए अहम भूमिका निभाई थी और 10 मैचों में 17 विकेट लिए थे। कंबोज के कहते में 47 प्रथम श्रेणी विकेट, 23 लिस्ट-ए विकेट और 17 टी20 विकेट हैं।