मंगलवार को ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत पर हमला किया था। इसका कारण आतंकी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों पर हमला बताया गया था। इस हमले के 24 घंटे के बाद पाकिस्तान ने ईरान पर जवाबी हमला कर दिया है।
जवाब में पाकिस्तान की वायुसेना ने पूर्वी ईरान के सरवन शहर में बलूच आतंकी समूह पर एयरस्ट्राइक किया है। इस जवाब के साथ ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। दोनों ही देशों ने एक दूसरे के राजदूतों को वापस भेज दिया है।
तेहरान ने ड्रोन और मिसाइलों की मदद से पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर “ग्रीन माउंटेन” के ठिकानों को निशाना बनाया था। ईरान ने दावा किया था कि वह एक आतंकवादी संगठन है, और इसके मुख्यालय को नष्ट करने की बात कही थी।
पाकिस्तान समेत तीन देशों में मिसाइल हमलों से ईरान क्या हासिल करना चाहता है?
रिपोर्ट: जियार गोल
आवाज़: मोहम्मद शाहिद
एडिट: दीपक जसरोटिया pic.twitter.com/TG4mgo4ACC— BBC News Hindi (@BBCHindi) January 18, 2024
दूसरी ओर इस्लामाबाद ने इसे ईरान द्वारा पाकिस्तान की संप्रभुता पर हमला बताते हुए अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के सिद्धांतों का उल्लंघन बताया।
पाकिस्तान ने ईरान के हमले के बाद बुधवार को घोषणा की कि वह ईरानी राजदूत को देश से बाहर निकालने के बाद तेहरान से अपने दूत को वापस बुलाएगा।
#Iran के हमले के बाद #Pakistan ने बुधवार को घोषणा की कि वह तेहरान से अपने दूत को वापस बुलाएगा और ईरानी राजदूत को देश से बाहर निकाल रहा है। पाकिस्तान के क्वेटा शहर में बुधवार को बम विस्फोट में एक पुलिसकर्मी सहित कम से कम नौ लोग घायल हो गए। https://t.co/SF0caQ1Xfm
— Navjivan (@navjivanindia) January 17, 2024
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने एक प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि पाकिस्तान ने ईरान से अपना राजदूत वापस बुलाने का फैसला किया है और पाकिस्तान में ईरानी राजदूत, जो फिलहाल ईरान में ही हैं, अब वापस पाकिस्तान नहीं लौटेंगे।