अटरली-बटरली डिलिशियस का सन्देश घर घर तक पहुँचाने वाली अमर अमूल गर्ल के जनक सिल्वेस्टर दाकुन्हा का निधन हो गया है। उन्होंने मुंबई में आखिरी सांस ली। अमूल इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर ने एक ट्वीट से इस बारे में जानकारी दी है।
सिल्वेस्टर ने ही 1966 में अमूल के सिग्नेचर तैयार किया था। 80 वर्षीय सिल्वेस्टर विज्ञापन कम्पनी दाकुन्हा (daCunha) के चेयरमैन थे। सिल्वेस्टर के निधन के बाद उनके परिवार में उनकी पत्नी निशा और बेटे राहुल दाकुन्हा हैं। सिल्वेस्टर दाकुन्हा ने साल 1966 में अमूल गर्ल वाले विज्ञापन का आइडिया दिया था। इस तरह से लाल और सफ़ेद रंग के पोल्का प्रिंट फ्रॉक वाली अमूल गर्ल बतौर अमूल ब्रांड देश और दुनिया में पहचानी गयी।
Very sorry to inform about the sad demise of Shri Sylvester daCunha, Chairman of daCunha Communications last night at Mumbai
A doyen of Indian advertising industry who was associated with Amul since 1960s. The Amul family joins in mourning this sad loss @RahuldaCunhaॐ Shanti 🙏 pic.twitter.com/cuac1K6FSo
— Jayen Mehta (@Jayen_Mehta) June 21, 2023
अमूल के जनरल मार्केटिंग मैनेजर पवन सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए बताया कि सिल्वेस्टर के निधन से उन्हें दुख हुआ है। आगे वह कहते हैं कि अमूल गर्ल दुनिया में सबसे लंबे समय तक लगातार चलने वाले विज्ञापन में से एक है। विज्ञापन से कंपनी ने नई ऊंचाइयों को छुआ।
अगर आप भी अमूल के प्रोडक्ट्स यूज करते हैं, तो उन पर एक लड़की की फोटो जरूर देखते होंगे. इस Amul Girl को दुनिया के सामने पेश करने वाले एड गुरू सिल्वेस्टर दा कुन्हा का मंगलवार की रात मुंबई में निधन हो गया. उन्होंने 80 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग… pic.twitter.com/rN0Ol7dxlw
— AajTak (@aajtak) June 22, 2023
सिल्वेस्टर साल 1966 में अमूल गर्ल वाले विज्ञापन का आइडिया लेकर आए थे। इसके बाद सफेद और लाल रंग के डॉटेड फ्रॉक में नजर आने वाली अटरली-बटरली गर्ल ने ऐसा कमाल किया कि अमूल ब्रांड को देश और दुनिया में नई पहचान मिली।