ईरान ने इज़राइल पर जवाबी हमले में ड्रोन और मिज़ाइल से अटैक किया है। पहली अप्रैल को इज़राइल द्वारा सीरिया में ईरानी एम्बेसी के पास एयरस्ट्राइक की गई थी। इस हमले में ईरान के दो सीनियर आर्मी कमांडर्स सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी। तब से ईरान बदला लेने के लिए इज़राइल पर अटैक की तैयारी में था।
इज़राइल के साथ है पश्चिमी देश-
इस युद्ध में इजराइल को पश्चिम देशों का समर्थन मिला है। बीते वर्ष 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से ही अमरीका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देश इजराइल की मदद कर रहे हैं। अक्टूबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में गाजा के समर्थन में युद्धविराम का प्रस्ताव लाए जाने पर अमरीका समेत 14 पश्चिमी देशों ने इसके खिलाफ वोट किया था।
मुसीबत की घड़ी में ईरान और इजराइल के साथ कौन-कौन देश साथ खड़े?
#IranIsraelWar | #MiddleEastConflict https://t.co/O3Yh7SfwUr
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) April 14, 2024
अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी के अनुसार, दमिश्क में ईरानी प्रतिष्ठानों पर इजरायली हमले के जवाब में, ईरान ने इजरायल पर 100 से अधिक ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड ने आधिकारिक तौर पर इजरायल पर हमले की पुष्टि की है।
उधर, इजरायली सेना ने ईरान से सीधे हमले की पुष्टि की है, दर्जनों ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलें ईरान छोड़कर इजरायल की ओर रुख कर चुके हैं।
कई इज़राइली शहरों में आपातकाल-
इज़राइली सेना के प्रवक्ता के अनुसार ईरान ने मानव रहित विमान को इसराइल की सीमा की ओर भेजा है, लेकिन विमान को इसराइल तक पहुँचने में कई घंटे लगेंगे। उन्होंने कहा कि कई शहरों पर आपातकाल लगा दिया गया है, लेकिन हम ड्रोन और मिसाइलों को इजराइल की जमीन पर पहुंचने से रोकने की कोशिश करेंगे।
ईरान के इसराइल पर हमले के बाद भारत ने क्या कहा?
पूरी ख़बर- https://t.co/I2GmqOzLHO pic.twitter.com/XPIQtxuHzr— BBC News Hindi (@BBCHindi) April 14, 2024
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इजराइल के एक वाणिज्यिक जहाज को जब्त कर लिया। पुर्तगाली ध्वज वाला व्यापारिक जहाज एमएससी एरिज़ संयुक्त अरब अमीरात के बंदरगाह से भारत के लिए रवाना हुआ था, इसमें चालक दल के 25 सदस्य हैं, जिनमें से 17 भारतीय नागरिक बताए जा रहे हैं।
ईरानी सैनिकों ने ज़ब्त किया इज़रायली अरबपति का जहाज़-
जहाज लंदन स्थित ज़ोडियाक मैरीटाइम का है, जो इज़रायली अरबपति इयाल ओफ़र और उनके परिवार द्वारा संचालित ज़ोडियाक समूह का हिस्सा है, सोशल मीडिया पर हेलीकॉप्टर द्वारा जहाज पर उतरने वाले ईरानी सैनिकों के फुटेज देखे जा सकते हैं।
ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने जहाज के बारे में हिरासत की पुष्टि करते हुए यह जानकारी दी है कि जहाज को “हेलीबॉर्न ऑपरेशन” में जब्त कर लिया गया था और अब यह ईरानी जल क्षेत्र की ओर जा रहा है।
स्ट्रेट ऑफ़ होरमुज़ में एक जहाज़ पर कब्ज़ा। ख़बरों के मुताबिक़ ईरान ने किया है कब्ज़ा। जहाज़ संयुक्त अरब अमीरात से भारत आ रहा था। जहाज़ पर पुर्तगाल का झंडा लगा हुआ है। इसकी आंशिक मिल्कियत इज़राइल की बतायी जा रही है। pic.twitter.com/9R83LOrFwZ
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) April 13, 2024
दूसरी ओर, ईरान द्वारा विमान को जब्त करने की घोषणा के बाद इजरायली सेना ने चेतावनी दी कि ईरान को ‘परिणाम’ भुगतना होगा।
गौरतलब है कि होर्मुज खाड़ी को हिंद महासागर से जोड़ता है और अमरीकी ऊर्जा सूचना प्रशासन के अनुसार, दुनिया की तेल खपत का पांचवां हिस्सा हर साल यहीं से होकर गुजरता है।
जो बाइडेन ने ईरानी हमले की समीक्षा की
ऐसे में अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी छुट्टियां रद्द कर दी हैं, व्हाइट हाउस पहुंचकर उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में ईरानी हमले की समीक्षा की और उन्हें ईरानी हमले की स्थिति की जानकारी दी गई।
अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि इजराइल में हमारे हजारों लोग हैं, हम इजराइल की रक्षा के लिए समर्पित, रक्षात्मक सहायता प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि ईरान सफल नहीं होगा।
बता दें कि ईरानी हमले के चलते सभी पड़ोसी देशों ने अपने हवाई क्षेत्र बंद करने का ऐलान किया था।