अमरीका अब अप्रवासन नीतियों को लेकर और भी सख्त रुख अपना रहा है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में जारी डिपोर्टेशन अभियान के तहत भारत सहित दुनियाभर के छात्रों और प्रवासियों पर विशेष निगाह रखी जा रही है।
हालात को देखते हुए कई अमरीकी कॉलेजों ने भी अपने प्रवासी छात्रों को अमरीका से बाहर यात्रा न करने की सलाह दी है। ऐसा किए जाने पर उनका वीजा रद्द होने का खतरा है।
अमरीका में पढ़ाई कर रहे भारतीय तथा दुनियाभर के छात्रों के लिए एक नया फरमान जारी हुआ है। यूएस एम्बेसी इंडिया की ओर से स्पष्ट कहा गया है कि अगर कोई छात्र अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ता है या नियमित रूप से कक्षाएं नहीं लेता अथवा बिना सूचना के कोर्स से बाहर हो जाता है, तो ऐसे में न सिर्फ उसका स्टूडेंट वीजा रद्द किया जा सकता है बल्कि भविष्य में अमरीका का वीजा हासिल करने की पात्रता भी खत्म हो सकती है।
यूएस एम्बेसी के अनुसार- “यदि आप बिना स्कूल को बताए कोर्स छोड़ते हैं, क्लास अटेंड नहीं करते या प्रोग्राम से बाहर हो जाते हैं, तो आपका स्टूडेंट वीजा रद्द किया जा सकता है और आप भविष्य में अमरीकी वीजा पाने के योग्य नहीं रहेंगे। इसलिए हमेशा अपने वीजा की शर्तों का पालन करें और स्टूडेंट स्टेटस बनाए रखें।”
यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब डिपोर्ट किए जाने के मामले बढ़े हैं। इस समय अमरीका में बड़े पैमाने पर डिपोर्टेशन ड्राइव चलाया जा रहा है।
हाल ही में अमरीकी इमीग्रेशन और कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) ने Optional Practical Training (OPT) वीजा पर मौजूद अंतरराष्ट्रीय छात्रों को सचेत करते हुए कहा था कि अगर उन्होंने ओपीटी शुरू करने के 90 दिनों के भीतर अपनी नौकरी की जानकारी एसीवीआईएस (Student and Exchange Visitor Information System) में दर्ज नहीं कराई, तो उनकी कानूनी स्थिति समाप्त कर दी जाएगी।
बताते चलें कि भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 से अब तक लगभग 682 भारतीय नागरिकों को अमरीका से डिपोर्ट किया जा चुका है। इनमें से बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जिन्होंने अवैध रूप से अमरीका में प्रवेश किया था।