अमरीका ने रूस के खिलाफ अपने प्रतिबंधों का विस्तार करते हुए रूस को सेमीकंडक्टर बेचने वाली चीन स्थित कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अमरीका ने G7 समिट से पहले ही रूस पर कई और प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर दिया है। अमेरिका के इस नए कदम से रूस का 100 मिलियन डॉलर का कारोबार प्रभावित होने की उम्मीद है। ऐसा करने से वैज्ञानिक, रक्षा, वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्र प्रतिबंधों के दायरे में आ गए हैं।
अमरीकी ट्रेजरी विभाग ने रूसी नागरिकों को सॉफ्टवेयर और आईटी सेवाएं प्रदान करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अमरीका ने रूस को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए उसपर लगे प्रतिबंधों का दायरा और ज्यादा बढ़ा दिया है। बुधवार को अमरीकी विदेश विभाग और वित्त मंत्रालय ने रूस और दूसरे देशों में 300 से ज्यादा रूस से जुड़े व्यक्तियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया है। इन व्यक्तियों और संस्थाओं पर रूस की ‘वॉर इकोनॉमी’ में शामिल होने का आरोप अमरीका द्वारा लगाया गया है।
संयुक्त राज्य अमरीका ने रूसी वित्तीय संस्थानों से निपटने वाले बैंकों को चेतावनी दी है। इस संबंध में रूस को अमेरिकी सामान की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा।
अमरीका द्वारा 100 मिलियन डॉलर के कारोबार को निशाना बनाने के लक्ष्य के साथ जिन कंपनियों और व्यक्तियों को प्रतिबंधों की लिस्ट में शामिल किया गया है उनमें- चीन, किर्गिस्तान और तुर्की की कंपनियां शामिल हैं।
इसके अलावा विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे इसी तरह की गतिविधियों में शामिल एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व की कंपनियों और व्यक्तियों पर भी निगाह रखे है।